Tatbhav Tatsam Hindi (हिंदी के तत्सम और तद्भव शब्द)

Ad:

http://www.hindisarkariresult.com/tadbhav-tatsam-hindi/
Tadbhav Tatsam Shabd

Tatbhav Tatsam Hindi/ Tatsam and Tatbhav Shabd Definition, Rules, Examples/ तत्सम और तद्भव शब्द की परिभाषा, तत्सम और तद्भव शब्द के उदाहरण

Important Topics: समास, अलंकार, मुहावरे, विलोम शब्द, पर्यायवाची शब्द, उपसर्ग और प्रत्यय, तद्भव-तत्सम, कारक-विभक्ति, लिंग, वचन, काल

हर समृद्ध भाषा की तरह हिंदी भाषा में भी समय के साथ-साथ नए शब्द समाहित होते गए और पुराने शब्डॉन का या तो स्वरूप बदल गया या वो अप्रचलित हो गए। वैदिक संस्कृत से आज की हमारी भाषा इस यात्रा में अनेक मोड़ों को पार कर चुकी है। भाषा में परिवर्तन अवश्य होता है, परंतु यह परिवर्तन इतना धीरे-धीरे होता है, कि शब्द अपने प्राचीन रूप को पूर्णतया खो नहीं देता हैं। उस शब्द में कुछ हद तक बदलाव होता है, पर अर्थ वही रहता है जो अर्थ उस शब्द का वैदिक काल में था।

हिंदी भाषा में भी आप कई तरह के शब्द देख सकते हैं जैसे:

1. तत्सम शब्द
2. तद्भव शब्द
3. देशी शब्द
4. विदेशी शब्द
5. अन्य शब्द

तत्सम शब्द की परिभाषा (Definition of Tatsam Shabd):

तत्सम शब्द संस्कृत भाषा के दो शब्दों, तत् + सम् से मिलकर बना है। तत् का अर्थ है – उसके, तथा सम् का अर्थ है – समान। अर्थात – ज्यों का त्यों। जिन शब्दों को संस्कृत से बिना किसी परिवर्तन के ले लिया जाता है, उन्हें तत्सम शब्द कहते हैं। इनमें ध्वनि परिवर्तन नहीं होता है। हिन्दी, बांग्ला, कोंकणी, मराठी, गुजराती, पंजाबी, तेलुगू, कन्नड, मलयालम, सिंहल आदि में बहुत से शब्द संस्कृत से सीधे ले लिए गये हैं, क्योंकि इनमें से कई भाषाएँ संस्कृत से जन्मी हैं।

जैसे – अग्नि, आम्र, अमूल्य, चंद्र, क्षेत्र, अज्ञान, अन्धकार आदि।

तद्भव शब्द की परिभाषा (Definition of Tadbhav Shabd)

तत्सम शब्दों में समय और परिस्थितियों के कारण कुछ परिवर्तन होने से जो शब्द बने हैं उन्हें तद्भव कहते हैं। तद्भव का शाब्दिक अर्थ है – उससे बने (तत् + भव = उससे उत्पन्न), अर्थात जो उससे (संस्कृत से) उत्पन्न हुए हैं। यहाँ पर तत् शब्द भी संस्कृत भाषा की ओर इंगित करता है। अर्थात जो संस्कृत से ही बने हैं। इन शब्दों की यात्रा संस्कृत से आरंभ होकर पालि, प्राकृत, अपभ्रंश भाषाओं के पड़ाव से होकर गुजरी है और आज तक चल रही है। Tatbhav Tatsam Hindi 

जैसे –

मुख से मुँह
ग्राम से गाँव
दुग्ध से दूध
भ्रातृ से भाई आदि।

तत्सम और तद्भव शब्दों को पहचानने के नियम (Rules to find Tatsam and Tadbhav words)

(1)-  तत्सम शब्दों के पीछे ‘क्ष’ वर्ण का प्रयोग होता है और तद्भव शब्दों के पीछे ‘ख’ या ‘छ’ शब्द का प्रयोग होता है।
जैसे – पक्षी = पंछी

(2)-  तत्सम शब्दों में ‘श्र’ का प्रयोग होता है और तद्भव शब्दों में ‘स’ का प्रयोग हो जाता है।
जैसे – धनश्रेष्ठ = धन्नासेठ

(3)-  तत्सम शब्दों में ‘श’ का प्रयोग होता है और तद्भव शब्दों में ‘स’ का प्रयोग हो जाता है।
जैसे – दीपशलाका = दिया सलाई

(4)-  तत्सम शब्दों में ‘ष’ वर्ण का प्रयोग होता है।
जैसे – कृषक = किसान

(5)-  तत्सम शब्दों में ‘ऋ’ की मात्रा का प्रयोग होता है।
जैसे – कृतगृह = कचहरी

(6)-  तत्सम शब्दों में ‘र’ की मात्रा का प्रयोग होता है।
जैसे – आम्र = आम

(7)-  तत्सम शब्दों में ‘व’ का प्रयोग होता है और तद्भव शब्दों में ‘ब’ का प्रयोग होता है।
जैसे – वन = बन

तत्सम शब्द और तद्भव शब्द के उदाहरण (Example of Tatsam and Tadbhav words)

आज भी जहाँ शुद्ध हिंदी का प्रयोग किया जाता है वहाँ तत्सम शब्द आसानी से देखने को मिल जाते हैं। तद्भव शब्द, तत्सम शब्दों का ही परिवर्तित रूप होते हैं।

यहाँ हम शब्दों की एक सूचि प्रस्तुत कर रहे हैं जिसमे आप तत्सम शब्द और उनसे व्युत्पन्न तद्भव शब्द देख सकते हैं। इससे आपको ज्ञात हो जायेगा कि कौन-सा शब्द वैदिक समय में किस तरह उच्चारित किया जाता था और आज वह तद्भव शब्द के रूप में किस तरह प्रचलित हो गया है:

अ, आ से शुरू होंने वाले तत्सम = तद्भव शब्द :-

1. आम्र = आम
2. आश्चर्य = अचरज
3. अक्षि = आँख
4. अमूल्य = अमोल
5. अग्नि = आग
6. अँधेरा = अंधकार
7. अगम = अगम्य
8. आधा = अर्ध
9. अकस्मात = अचानक
10. आलस्य = आलस
11. अज्ञानी = अज्ञानी
12. अश्रु = आँसू
13. अक्षर = अच्छर
14. अंगरक्षक = अंगरखा
15. आश्रय = आसरा
16. आशीष = असीस
17. अशीति = अस्सी
18. ओष्ठ = ओंठ
19. आरात्रिका = आरती
20. अमृत = अमिय
21. अंध = अँधा
22. अर्द्ध = आधा
23. अन्न = अनाज
24. अनर्थ = अनाड़ी
25. अग्रणी = अगुवा
26. अक्षवाट = अखाडा
27. अंगुष्ठ = अंगूठा
28. अक्षोट = अखरोट
29. अट्टालिका = अटारी
30. अष्टादश = अठारह
31. अंक = आँक
32. अंगुली = ऊँगली
33. अंचल = आंचल
34. अंजलि = अँजुरी
35. अखिल = आखा
36. अगणित = अनगिनत
37. अद्य = आज
38. अम्लिका = इमली
39. अमावस्या = अमावस
40. अर्पण = अरपन
41. अन्यत्र = अनत
42. अनार्य = अनाड़ी
43. अज्ञान = अजान
44. आदित्यवार = इतवार
45. आभीर = अहेर
46. आम्रचूर्ण = अमचूर
47. आमलक = आँवला
48. आर्य = आरज
49. आश्रय = आसरा
50. आश्विन = आसोज
51. आभीर = अहेर

इ , ई से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द :-

52. इक्षु = ईंख
53. ईर्ष्या = इरषा
54. इष्टिका = ईंट

उ , ऊ से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द :-

55. उलूक = उल्लू
56. ऊँचा = उच्च
57. उज्ज्वल = उजला
58. उष्ट्र = ऊँट
59. उत्साह = उछाह
60. ऊपालम्भ = उलाहना
61. उदघाटन = उघाड़ना
62. उपवास = उपास
63. उच्छवास = उसास
64. उद्वर्तन = उबटन
65. उलूखल = ओखली
66. ऊषर = ऊँट

ए , ऐ से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द :-

67. एकादश = ग्यारह
68. एला = इलायची

ऋ से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द :-

69. ऋक्ष = रीछ

क , ख से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द :-

70. किरण = किरन
71. कुपुत्र = कपूत
72. कर्म = काम
73. काक = कौआ
74. कपोत = कबूतर
75. कदली = केला
76. कपाट = किवाड़
77. कीट = कीड़ा
78. कूप = कुआँ
79. कोकिल = कोयल
80. कर्ण = कान
81. कृषक = किसान
82. कुम्भकर = कुम्हार
83. कटु = कडवा
84. कुक्षी = कोख
85. क्लेश = कलेश
86. काष्ठ = काठ
87. कृष्ण = किसन
88. कुष्ठ = कोढ़
89. कृतगृह = कचहरी
90. कर्पूर = कपूर
91. कार्य = काज
92. कार्तिक = कातिक
93. कुक्कुर = कुत्ता
94. कन्दुक = गेंद
95. कच्छप = कछुआ
96. कंटक = काँटा
97. कुमारी = कुँवारी
98. कृपा = किरपा
99. कपर्दिका = कौड़ी
100. कुब्ज = कुबड़ा
101. कोटि = करोड़
102. कर्तव्य = करतब
103. कंकण = कंगन
104. किंचित = कुछ
105. केवर्त = केवट
106. खटवा = खाट

ग , घ से शुरु होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द :-

107. घोटक = घोडा
108. गृह = घर
109. घृत = घी
110. ग्राम = गाँव
111. गर्दभ = गधा
112. घट = घडा
113. ग्रीष्म = गर्मी
114. ग्राहक = गाहक
115. गौ = गाय
116. घृणा = घिन
117. गर्जर = गाजर
118. ग्रन्थि = गाँठ
119. घटिका = घड़ी
120. गोधूम = गेंहूँ
121. ग्राहक = गाहक
122. गौरा = गोरा
123. गृध = गीध
124. गायक = गवैया
125. ग्रामीण = गँवार
126. गोमय = गोबर
127. गृहिणी = घरनी
128. गोस्वामी = गुसाई
129. गोपालक = ग्वाला
130. गर्मी = घाम

च , छ से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द :-

131. चन्द्र = चाँद
132. छिद्र = छेद
133. चर्म = चमडा
134. चूर्ण = चूरन
135. छत्र = छाता
136. चतुर्विंश = चौबीस
137. चतुष्कोण = चौकोर
138. चतुष्पद = चौपाया
139. चक्रवाक = चकवा
140. चर्म = चाम
141. चर्मकार = चमार
142. चंचु = चोंच
143. चतुर्थ = चौथा
144. चैत्र = चैत
145. चंडिका = चाँदनी
146. चित्रकार = चितेरा
147. चिक्कण = चिकना
148. चवर्ण = चबाना
149. चक = चाक
150. छाया = छाँह

ज , झ से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द :-

151. जिह्वा = जीभ
152. ज्येष्ठ = जेठ
153. जमाता = जवाई
154. ज्योति = जोत
155. जन्म = जनम
156. जंधा = जाँध
157. झरन = झरना
158. जीर्ण = झीना

त , थ से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द :-

159. तैल = तेल
160. तृण = तिनका
161. ताम्र = ताँबा
162. तिथिवार = त्यौहार
163. ताम्बूलिक = तमोली
164. तड़ाग = तालाब
165. त्वरित = तुरंत
166. तपस्वी = तपसी
167. तुंद = तोंद
168. तीर्थ = तीरथ

द , ध से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द :-

169. दूर्वा = दूब
170. दधि = दही
171. दुग्ध = दूध
172. दीपावली = दीवाली
173. धर्म = धरम
174. दंत = दांत
175. दीप = दीया
176. धूम्र = धुआँ
177. धैर्य = धीरज
178. दिशांतर = दिशावर
179. धृष्ठ = ढीठ
180. दंतधावन = दतून
181. दंड = डंडा
182. द्वादश = बारह
183. द्विगुणा = दुगुना
184. दंष्ट्रा = दाढ
185. दिपशलाका = दिया सलाई
186. द्विप्रहरी = दुपहरी
187. धरित्री = धरती
188. दंष = डंका
189. द्विपट = दुपट्टा
190. दुर्बल = दुर्बला
191. दुःख = दुख
192. द्वितीय = इजा
193. दक्षिण = दाहिना
194. धूलि = धुरि
195. धन्नश्रेष्ठी = धन्नासेठी
196. दौहित्र = दोहिता
197. देव = दई

न , प से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द :-

198. पक्षी = पंछी
199. नयन = नैन
200. पत्र = पत्ता
201. नृत्य = नाच
202. निंद्रा = नींद
203. पद = पैर
204. नव्य = नया
205. प्रस्तर = पत्थर
206. नासिका = नाक
207. पिपासा = प्यास
208. पक्ष = पंख
209. नवीन = नया
210. नग्न = नंगा
211. पुत्र = पूत
212. प्रहर = पहर
213. पितृश्वसा = बुआ
214. प्रतिवेश्मिक = पड़ोसी
215. प्रत्यभिज्ञान = पहचान
216. प्रहेलिका = पहेली
217. पुष्प = फूल
218. पृष्ठ = पीठ
219. पौष = पूस
220. पुत्रवधू = पतोहू
221. पंच = पाँच
222. नारिकेल = नारियल
223. निष्ठुर = निठुर
224. पश्चाताप = पछतावा
225. प्रकट = प्रगट
226. प्रतिवासी = पड़ोसी
227. पितृ = पिता
228. पीत = पीला
229. नापित = नाई
230. पर्यंक = पलंग
231. पक्वान्न = पकवान
232. पाषाण =पाहन
233. प्रतिच्छाया = परछाई
234. निर्वाह = निवाह
235. निम्ब = नीम
236. नकुल = नेवला
237. नव = नौ
238. परीक्षा = परख
239. पुष्कर = पोखर
240. पर्ण = परा
241. पूर्व = पूरब
242. पंचदष = पन्द्रह
243. पक्क = पका
244. पट्टिका = पाटी
245. पवन = पौन
246. प्रिय = पिय
247. पुच्छ = पूंछ
248. पर्पट = पापड़
249. फणी = फण
250. पद्म = पदम
251. परख: = परसों
252. पाष = फंदा
253. प्रस्वेदा = पसीना

Tatbhav Tatsam Hindi

फ , ब से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द :-

254. बालुका = बालू
255. बिंदु = बूंद
256. फाल्गुन = फागुन
257. बधिर = बहरा
258. बलिवर्द = बैल
259. बली वर्द = बींट

भ , म से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द :-

260. मयूर = मोर
261. मुख = मुँह
262. मक्षिका = मक्खी
263. मस्तक = माथा
264. भिक्षुक = भिखारी
265. मृत्यु = मोत
266. भिक्षा = भीख
267. मातुल = मामा
268. भ्राता = भाई
269. मिष्ट = मीठा
270. मृत्तिका = मिट्टी
271. भुजा = बाँह
272. भगिनी = बहिन
273. मृग = मिरग
274. मनुष्य = मानुष
275. भक्त = भगत
276. भल्लुक = भालू
277. मार्ग = मग
278. मित्र = मीत
279. मुष्टि = मुट्ठी
280. मूल्य = मोल
281. मूषक = मूस
282. मेघ = मेह
283. भाद्रपद = भादौं
284. मौक्तिक = मोती
285. मर्कटी = मकड़ी
286. मश्रु = मूंछ
287. भद्र = भला
288. भ्रत्जा = भतीजा
289. भ्रमर = भौरां
290. भ्रू = भौं
291. मुषल = मूसल
292. महिषी = भैंस
293. मरीच = मिर्च

य , र से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द :-

294. रात्रि = रात
295. युवा = जवान
296. यश = जस
297. राशि = रास
298. रोदन = रोना
299. योगी = जोगी
300. राजा = राय
301. यमुना = जमुना
302. यज्ञोपवीत = जनेऊ
303. यव = जौ
304. राजपुत्र = राजपूत
305. यति = जति
306. यूथ = जत्था
307. युक्ति = जुगति
308. रक्षा = राखी
309. रज्जु = रस्सी
310. रिक्त = रीता
311. यषोदा = जसोदा

ल , व से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द :-

312. वानर = बन्दर
313. लौह = लोहा
314. वत्स = बच्चा
315. विवाह = ब्याह
316. वधू = बहू
317. वाष्प = भाप
318. विद्युत् = बिजली
319. वार्ता = बात
320. लक्ष = लाख
321. लक्ष्मण = लखन
322. व्याघ्र = बाघ
323. वणिक = बनिया
324. वाणी = बैन
325. वरयात्रा = बारात
326. वर्ष = बरस
327. वैर = बैर
328. लज्जा = लाज
329. लवंग = लौंग
330. लोक = लोग
331. वट = बड
332. वज्रांग = बजरंग
333. वल्स = बछड़ा
334. लोमशा = लोमड़ी
335. वक = बगुला
336. वंष = बांस
337. वृश्चिका = बिच्छु
338. लवणता = लुनाई
339. लेपन = लीपना
340. विकार = विगाड
341. व्यथा = विथा
342. वर्षा = बरसात

स , श , ष , श्र से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द :- Tatbhav Tatsam Hindi

343. सूर्य = सूरज
344. स्वर्ण = सोना
345. स्तन = थन
346. सूची = सुई
347. सुभाग = सुहाग
348. शिक्षा = सीख
349. शुष्क = सूखा
350. सत्य = सच
351. सर्प = साँप
352. श्रंगार = सिंगर
353. शत = सौ
354. सप्त = सात
355. शर्कर = शक्कर
356. शिर = सिर
357. श्रृंग = सींग
358. श्रेष्ठी = सेठ
359. श्रावण = सावन
360. शाक = साग
361. शलाका = सलाई
362. श्यामल = साँवला
363. शून्य = सूना
364. शप्तशती = सतसई
365. स्फोटक = फोड़ा
366. स्कन्ध = कंधा
367. स्नेह = नेह
368. श्यालस = साला
369. शय्या = सेज
370. स्वसुर = ससुर
371. श्रंखला = साँकल
372. श्रृंगाल = सियार
373. शिला = सिल
374. सूत्र = सूत
375. शीर्ष = सीस
376. स्थल = थल
377. स्थिर = थिर
378. ससर्प = सरसों
379. सपत्नी = सौत
380. स्वर्णकार = सुनार
381. शूकर = सूअर
382. शाप = श्राप
383. श्याली = साली
384. श्मषान = समसान
385. शुक = सुआ

ह , क्ष से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द :-

386. हास्य = हँसी
387. क्षीर = खीर
388. क्षेत्र = खेत
389. हिरन = हरिण
390. हस्त = हाथ
391. हस्ती = हाथी
392. क्षत्रिय = खत्री
393. क्षार = खार
394. क्षत = छत
395. हरिद्रा = हल्दी
396. क्षति = छति
397. क्षीण = छीन
398. क्षत्रिय = खत्री
399. हट्ट = हाट
400. होलिका = होली
401. ह्रदय = हिय
402. हंडी = हांड़ी

त्र से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द :-

403. त्रिणी = तीन
404. त्रयोदष = तेरह

Tatbhav Tatsam Hindi

तद्भव और तत्सम शब्दों से सम्बन्धित प्रश्नोत्तरी (Important questions on Tatbhav Tatsam Hindi)

प्रश्न: तद्भव शब्द किसे कहते हैं?

उत्तर: तद्भव शब्द तत् + भव से बना है जिसका आशय विकसित या उससे उत्पन्न होता है. ऐसे शब्द जो संस्कृत से उत्पन्न एवं विकसित हुए हैं, तद्भव शब्द हैं

प्रश्न: तत्सम शब्द किसे कहते हैं?

उत्तर: तत्सम शब्द तत + सम से मिलकर बना है जिसका अर्थ है उसके समान

अर्थात ऐसे शब्द जो संस्कृत भाषा से हिंदी से आये और तथावत प्रयुक्त होते हैं उन्हें तत्सम शब्द कहा जाता है

प्रश्न: तद्भव और तत्सम शब्द का पहला उल्लेख कहाँ हुआ है?

उत्तर: तद्भव, तत्सम शब्द का पहला  प्रयोग चौथी सदी  में आचार्य दण्डी के लिखे काव्यग्रंथ “काव्यादर्श” में मिलता है.  Tatbhav Tatsam Hindi 

प्रश्न: घोटक किसका तत्सम शब्द है?

उत्तर: घोड़े का तत्सम शब्द घोटक है

प्रश्न: पौना का तत्सम रूप क्या है?

उत्तर: पौना का तत्सम रूप “पादोन” है

प्रश्न: नंगा का तत्सम रूप क्या है?

उत्तर: नंगा का तत्सम रूप नग्न है

प्रश्न: कूँची का तत्सम रूप क्या है?

उत्तर: कूँची का तत्सम रूप “कूर्चिका” है

प्रश्न: कपूर का तत्सम रूप क्या है?

उत्तर: कपूर का तत्सम रूप कर्पूर है

प्रश्न: पर का तत्सम रूप क्या है?

उत्तर: पर का तत्सम रूप उपरि है

प्रश्न: लोथ का तत्सम रूप क्या है?

उत्तर: लोथ का तत्सम रूप लोष्ट्र है

प्रश्न: रस्सी का तत्सम रूप क्या है?  Tatbhav Tatsam Hindi

उत्तर: रस्सी का तत्सम रूप रश्मि है

प्रश्न: हाथी का तत्सम रूप क्या है?

उत्तर: हाथी का तत्सम रूप हस्ति है

प्रश्न: अमचूर का तत्सम रूप क्या है?

उत्तर: अमचूर का तत्सम रूप “आम्रचुर्ण” है

प्रश्न: उजला का तत्सम रूप क्या है?

उत्तर: उजला का तत्सम रूप उज्जवल है

प्रश्न: गुंठन का तद्भव रूप क्या है?

उत्तर: गुंठन का तद्भव घूँघट है

प्रश्न: अट्टालिका का तद्भव क्या है?

उत्तर: अट्टालिका का तद्भव अटारी है

Tatbhav Tatsam Hindi

Ad:

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*


This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.