Sarso Rai in Hindi (सरसों/राई: जानकारी, खाने के फायदे और नुकसान)

Ad:

http://www.hindisarkariresult.com/sarso-rai-in-hindi
Sarso Rai in Hindi

Sarso Rai in Hindi / सरसों खाने के आश्चर्यजनक फायदे और नुकसान

सरसों के बीज या राई का प्रयोग हर भारतीय घर में आम तौर पर कई व्यंजनों में स्वाद बढ़ाने के लिए या छौंक लगाने के लिए तथा अन्य कई प्रकार की डिश तैयार करने में किया जाता है। सरसों के बीज लगभग 5,000 सालों से हमारे भोजन का हिस्सा रहे हैं। सरसों के बीज या राई मुख्य रूप से दो प्रकार की आती हैं काली सरसों तथा पीली सरसों.

सरसों के बीजों में ढेरों पोषक तत्व होते हैं। इनमें कैल्शियम, सेलेनियम, लोहा, फास्फोरस, मैग्नीशियम और मैंगनीज जैसे मिनरल की प्रचुर मात्रा होती है। साथ ही इनमें बी विटामिन के साथ-साथ प्रोटीन और फाइबर भी होते हैं।

सरसों के बीजों के कई फायदे हैं। इनमें फाइटोन्यूट्रिएंट्स और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो कैंसर से आपके शरीर का बचाव करते हैं। ये अपने स्वास्थ्यवर्धक लाभों के लिए जाने जाते हैं क्योंकि इनमें कैलोरी कम होती हैं और पोषण भरपूर होता है। इसमें बहुत से एंटीबैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक भी गुण होते हैं।

सरसों क्या है?

सरसों क्रूसिफेरा या ब्रैसिकेसी (Cruciferae or Brassicaceae) परिवार का एक पौधा है, जो आकार में लगभग 2 से लेकर 6 फुट तक लंबा हो सकता है। इसे ब्रेसिका कैंपेस्ट्रिस (Brassica campestris) वैज्ञानिक नाम से जाना जाता है। इसकी पत्तियों का उपयोग साग बनाने के लिए, जबकि फूल और बीजों का उपयोग तेल निकालने के लिए किया जाता है। इसके अलावा, सरसों के बीज का उपयोग मसाले के रूप में भी किया जाता है।

सरसों के प्रकार (Types of Mustard in Hindi)

सरसों मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं, काली सरसों, पीली सरसों और भूरी सरसों। इसके अलावा, सरसों से ही मिलती-जुलती राई होती है। राई के दाने सरसों के दाने से आकार में थोड़े छोटे होते हैं। साथ ही स्वाद भी दोनों का अलग होता है। जहां, सरसों के दाने का तेल निकाला जाता है, वहीं राई के दाने आचार में डाले जाते हैं। वहीं, गुणों की बात करें, तो दोनों में ही लगभग एक समान गुण और पोषक तत्व पाए जाते हैं। साथ ही अंग्रेजी में दोनों को मस्टर्ड (mustard) कहा जाता है।

सरसों में पाए जाने वाले पौष्टिक तत्व  

सरसों के बीजों में निम्नलिखित तत्व मुख्य रूप से पाए जाते हैं:

  • कैल्शियम
  • कॉपर
  • सेलेनियम
  • मैग्नीशियम
  • मैंगनीज
  • आयरन
  • फास्फोरस
  • विटामिन C
  • विटामिन A
  • विटामिन K
  • फाइबर

सरसों/राई के औषधीय गुण (Medicinal Values of Mustard in Hindi)

सरसों के बीजों में निम्नलिखित औषधीय गुण पाए जाते हैं:

कैंसर से बचाता है सरसों

सरसों के बीजों में ग्लूकोसिनोलेट्स और मायरोसिनस जैसे कंपाउंड पाए जाते हैं, जो शरीर में कैंसर पैदा करने वाली कोशिकाओं को बढ़ने से रोकते हैं। जर्नल ह्यूमन एंड एक्सपेरिमेंटल टॉक्सिकोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, इन छोटे बीजों में कीमोप्रेवेंटिव क्षमता हो सकती है और यह कार्सिनोजेन्स के प्रभाव से बचा सकते हैं।

सिर दर्द से राहत दिलाता है राई

अगर आप सिरदर्द या माइग्रेन की समस्या से पीड़ित हैं तो सरसों के बीज भी इसके इलाज के लिए प्रभावी होते हैं। इन बीजों में मैग्नीशियम भरपूर होता हैं जो हमारे नर्वस सिस्टम को रिलैक्स करता हैं और हमारे शरीर के किसी भी हिस्से में होने वाले दर्द या खिंचाव से राहत दिलाता है।

पाचन सुधारता है राई

सरसों के बीज आपके पाचन तंत्र के लिए भी एक अच्छा फूड हैं। अगर आप अपच की समस्या से पीड़ित हैं तो सरसों के बीज इससे छुटकारा दिलाने में मदद कर सकते हैं। इन बीजों में फाइबर भरपूर मात्रा में होता है, जो बोवेल मूवमेंट्स को बेहतर करने में मदद करता है और शरीर की पाचन शक्ति को बढ़ाता है। इससे कब्ज, गैस और अपच की समस्या नहीं होती।

दिल की सेहत के लिए अच्छा है सरसों

सरसों का तेल आमतौर पर हर भारतीय घर में इस्तेमाल किया जाता है और यह हृदय संबंधी समस्याओं से पीड़ित लोगों के लिए काफी फायदेमंद होता है। यह आपके कोलेस्ट्रॉल के स्तर को मैनेज करने में भी मदद करता है और यह खून में खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी कम करता है जिससे आपके हृदय का स्वास्थ्य बेहतर रहता है।

दांतों और हड्डियों को मजबूत करता है

सरसों के बीज आपकी हड्डियों के लिए भी अच्छे होते हैं क्योंकि इनमें सेलेनियम नामक मिनरल भरपूर होता है, जो आपकी हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद कर सकता है। ये आपके नाखूनों, बालों और दांतों को भी मजबूत बनाने में मदद करते हैं। सरसों के बीज में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो मसूड़ों, हड्डियों और दांतों के दर्द से राहत दिलाने में मदद करते हैं.

स्किन को हेल्दी बनाता है सरसों

हर मौसम में अपनी त्वचा को हाइड्रेट रखना महत्वपूर्ण है और सरसों के बीज इसमें आपकी मदद कर सकते हैं। बीज आपकी त्वचा को हाइड्रेट करते हैं, सभी अशुद्धियों को दूर करते हैं और आपकी त्वचा को मुंहासों से बचाते हैं। सरसो के बीजों में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो शरीर में इन्फ्लेमेशन को कम कर सकते हैं।

एजिंग को धीमा करे

बढ़ती उम्र को रोका नहीं जा सकता है लेकिन आप अपने आहार में कुछ एंटी एजिंग फूड शामिल करके इसे धीमा कर सकते हैं। सरसों के बीज एजिंग प्रोसेस को धीमा कर देते हैं। इन बीजों में विटामिन A, K, और C होते हैं जो किसी व्यक्ति के उम्र बढ़ने के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं।

शरीर के दर्द से छुटकारा

पीली सरसों के बीजों से बना सरसों का तेल गठिया के दर्द सहित किसी भी तरह के दर्द से जल्दी राहत दिलाने में मदद करता है। सरसों के तेल को थोड़ा गर्म करके दर्द वाले हिस्से पर 10-15 मिनट तक मालिश करने से राहत मिलती है.

मुंह की गंध से छुटकारा

पीली सरसों सांसों की गंध से छुटकारा पाने का एक प्रभावी घरेलू उपाय है। एक चम्मच पीले सरसों का तेल अपने मुंह में डालें और लगभग एक मिनट के लिए इससे गार्गल करें। अब अपने मुंह को पानी से अच्छी तरह से कुल्ला करें।

मेटाबॉलिज्म बढ़ाता है राई

पीली सरसो में मैग्नीशियम की अच्छी मात्रा होती है, जो मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और प्रोटीन को सिंथेसाइज करने में मदद करता है। पीली सरसों में फास्फोरस कंटेंट होता है जो शरीर में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, और फैट को मेटाबॉलाइज करने में योगदान देता है।

हेयर ग्रोथ बढ़ाता है सरसों

सरसों में बीटा-कैरोटीन, प्रोटीन, आयरन और कैल्शियम की अच्छी मात्रा होती है जो बालों के विकास को बढ़ाने में मदद करती है और आपके बालों को स्वस्थ रखती है। पीली सरसों के तेल से नियमित रूप से अपने स्कैल्प की मालिश करने से स्कैल्प में रक्त का संचार बढ़ता है और बालों के विकास को बढ़ाने में मदद मिलती है।

सरसों के पौधे और उसके फूल

सरसों का उपयोग (How to Use Mustard in Hindi?)

सरसों का इस्तेमाल आप निम्नलिखित तरीके से कर सकते हैं:

  • सरसों के तेल की कुछ बूंदों को सलाद में इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • भुने हुए चने के साथ भी सरसों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • सरसों को दाल या सब्जी में छौंका लगाने के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

इसे भी पढ़ें: जीरा खाने के आश्चर्यजनक फायदे और नुकसान

  • इसके अलावा, सरसों के तेल को पकौड़ी व पापड़ आदि तलने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है।
  • त्वचा पर कहीं कोई लालिमा है, तो इसे प्रभावित जगह पर लगा सकते हैं।
  • बालों में लगाने के लिए भी आप सरसों तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • शरीर में मालिश के लिए भी सरसों के तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है।

सरसों को लंबे समय तक सुरक्षित कैसे रखें?

सरसों का तेल या राई के बीज आवश्यकतानुसार मात्रा में ही खरीदें। अगर तेल और बीज को अच्छी तरह स्टोर किया जाए, तो इसे लंबे समय तक इस्तेमाल किया जा सकता है। तेल व बीज को हमेशा एयरटाइट कंटेनर और घर के सामान्य तापमान में ही रखें।

सरसों/राई खाने के नुकसान (Sarso khane ke Nuksan) (Side Effects of Mustard in Hindi)

सरसों को अगर सीमित मात्रा में प्रयोग किया जाए, तो सरसों खाने के फायदे अनेक हैं। वहीं, अगर वैज्ञानिक तथ्यों को नजरअंदाज कर सरसों का इस्तेमाल किया जाए, तो स्वास्थ्य के लिए सरसों के बीज के नुकसान हो सकते हैं। सरसों के दाने या राई के नुकसान इस प्रकार हैं:

  • सरसों के तेल का अगर एक बार तलने के लिए इस्तेमाल कर लिया गया हो तो उस तेल को दोबारा प्रयोग में न लाएं, इससे लंग कैंसर का खतरा हो सकता है।
  • सरसों को अधिक समय तक त्वचा पर लगाने से जलन की समस्या भी हो सकती है।
  • विटामिन ई के सप्लीमेंट के अधिक सेवन से दिमाग में ज्यादा खून बहने का खतरा भी हो सकता है। वहीं, सरसों के बीज में विटामिन-ई की भरपूर मात्रा होती है। ऐसे तो भोजन के माध्यम से मिलने वाला विटामिन ई कोई विपरीत प्रभाव नहीं डाल सकता है, लेकिन फिर भी सावधानी के तौर पर इसका सेवन संतुलित मात्रा में ही करें।
  • सरसों के तेल में इरुसिक एसिड की मात्रा मौजूद होती है, जिसका अधिक सेवन लिपोसिस (lipolysis) की समस्या उत्पन्न कर देता है, जो हृदय रोगों का मुख्य कारण बन सकता है। इस कारण अधिक मात्रा सरसों के तेल का सेवन करना सुरक्षित नहीं है।
  • जानवरों पर किए गए कई प्रयोगों में यह साबित हुआ है कि सरसों का अधिक मात्रा में उपयोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के स्थान पर कम कर सकता है।

नोट: अपने इस लेख के माध्यम से हमने आपको सरसों/राई से होने वाले फायदे और नुकसान के बारे में बताया है। लेकिन इसका किसी भी प्रकार से औषधीय रूप में सेवन करने से पहले आप अपने नजदीकी चिकित्सक से परामर्श अवश्य कर लें।   

Ad:

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*


This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.