Aadu Peach in Hindi: आडू फल की जानकारी, खाने के फायदे और नुकसान)

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Aadu Peach in Hindi

Aadu Peach in Hindi / आडू खाने के आश्चर्यजनक फायदे और नुकसान

आडू या पीच (Aadu Peach in Hindi) एक पहाड़ी फल है जो खाने में स्वादिष्ट और सेहद के लिए बहुत फायदेमंद होता है. आडू के पेड़ की लम्बाई छोटी होती है। इसके पेड़ में से गोंद निकलता है और इसकी गिरी में से एक ख़ास किस्म का तेल निकाला जाता है जो कड़वे बादाम तेल की तरह होता है। इसके फल के अतिरिक्त इससे निकलने वाले गोंद और तेल भी काफी उपयोगी होते हैं। इसके अलावा आडू के पेड़ की छाल का इस्तेमाल रंगने के काम में किया जाता है।

अन्य भाषाओं में आडू के नाम (Name of Peach in Different Languages)

आडू का वानस्पतिक नाम Prunus persica (L।) Batsch (प्रूनस पर्सिका) Syn-Amygdalus  persica Linn है और यह Rosaceae (रोजेसी) कुल का है। अन्य भाषाओं में आडू को निम्नलिखित नामों से जाना जाता है:

  • हिंदी में –  आलूका, आड़ू
  • अंग्रेजी में –   Peach tree (पीच ट्री), नेक्टैरिन (Nectarine)
  • संस्कृत में – आरुकम्, पिचुकम्
  • उड़िया में – पिशू (Pishu)
  • उर्दू में – अडुड (Adud)
  • कन्नड़ में –  पिच्चीसुहन्ने (Pichchisuhanne), पिचेसू (Pichhesu)
  • गुजराती में –  आरू (Aru), शफतालू (Shaftalu)
  • नेपाली में –  आरु (Aru)
  • पंजाबी में – ओर (Aor), आरू (Aru)
  • अरबी में – खुख (khukh) परसीक (Persik)
  • फारसी में – शफतालू (Shaftalu)

आड़ू फल (Aadu Peach in Hindi) के कई स्वास्थ्य लाभ हैं। इसमें पर्याप्त मात्रा में मिनरल और विटामिन पाए जाते हैं. साथ ही आड़ू में फाइटोकेमिकल्स, डाइटरी फाइबर और पॉलीफेनोल की भी भरपूर मात्रा पायी जाती है। ये सभी स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। इनके अलावा, आड़ू में एंटीकैंसर, एंटी-एलर्जिक, एंटीट्यूमर, एंटीबैक्टीरियल, एंटीमाइक्रोबियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभाव होते हैं। इनकी वजह से आड़ू स्वास्थ्य पर सकारात्मक असर डालने और बीमारी से बचाव कर सकता है।

आड़ू फल के पौष्टिक तत्व (Peach Fruit Nutritional Value in Hindi)

आड़ू में निम्नलिखित पोषक तत्व पाए जाते हैं:

पोषक तत्वमूल्य प्रति 100 G
पानी88.3 g
ऊर्जा42 kcal
प्रोटीन0.91 g
टोटल लिपिड (फैट)0.27 g
फाइबर, टोटल डाइटरी1.5 g
शुगर8.39 g
कैल्शियम, Ca4 mg
मैग्नीशियम, Mg8 mg
फास्फोरस, P22 mg
पोटैशियम, K122 mg
सोडियम, Na13 mg
जिंक, Zn0.23 mg
कॉपर, Cu0.078 mg
सेलेनियम, Se2.1 µg
विटामिन सी, टोटल एस्कॉर्बिक एसिड4.1 mg
थायमिन0.024
राइबोफ्लेविन0.031 mg
नियासिन0.806 mg
विटामिन बी- 60.025 mg
फोलेट6 µg
विटामिन ए, RAE24 µg
विटामिन के3 µg
फैटी एसिड्स, टोटल सैचुरेटेड0.019 g
फैटी एसिड्स, टोटल मोनोअनसैचुरेटेड0.067 g
फैटी एसिड्स, टोटल पॉलीअनसैचुरेटेड0.086 g

आडू के औषधीय गुण (Medicinal Values of Peach in Hindi)

आयुर्वेद में आडू के फल (Aadu Peach in Hindi) का इस्तेमाल कई रोगों से बचने और उसके इलाज़ के लिए किया जाता है. आडू का पका हुआ फल स्वाद में मधुर तथा सुपाच्य होता है। यह कफ और पित्त को कम करने में भी मदद करता है। आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति में आडू का इस्तेमाल डायबिटीज, बवासीर, बुखार आदि समस्याओं के इलाज में किया जाता है। विटामिन और खनिज से भरपूर इस फल के नियमित सेवन से आप कई रोगों से बच सकते हैं। आइये देखते हैं कि आडू के औषधीय गुण का लाभ किन किन बीमारियों में लाभदायक होता है:

कान के दर्द से आराम दिलाता है आडू (Peach Benefits for Ear Pain in Hindi)

आडू का फल कान के दर्द में लाभदायक होता है। कान के दर्द से आराम पाने के लिए आडू के बीज से तैयार तेल का इस्तेमाल किया जाता है।

कब्ज की दवा है आडू (Peach benefits for Constipation in Hindi)

गलत खानपान और अनियमित जीवनशैली के कारण अधिकांश लोग कब्ज की समस्या से परेशान रहते हैं। कब्ज के कारण लोगों को शौच के दौरान काफी कठिनाई होती है। इस समस्या से बचने के लिए आप आडू के फल का सेवन करें। रोजाना रात में सोने से पहले छिलका सहित एक आडू खाएं। ऐसा नियमित करने से कब्ज की समस्या दूर हो जाती है।

पेट या आंत का दर्द दूर करने में सहायक है आडू (Peach reduces Stomach Pain in Hindi)

पेट में कीड़े पड़ने की समस्या हो या फिर पेट दर्द , आडू इन समस्याओं में राहत दिलाने में मदद करता है। विशेषज्ञों के अनुसार, 10-20 एमएल आडू के रस में 500 मिलीग्राम अजवाइन चूर्ण और 125 मिलीग्राम हींग मिलाकर पीने से पेट दर्द से आराम मिलता है और पेट के कीड़े भी खत्म होते हैं।

पथरी के इलाज में फायदेमंद है आडू (Peach benefits for Stone in Hindi)

पथरी के मरीजों को अपने खानपान पर विशेष ध्यान देना चाहिए। विशेषज्ञों के अनुसार, आडू (Aadu Peach in Hindi) खाने से किडनी की पथरी के इलाज में मदद मिलती है। अगर आप किडनी की पथरी के मरीज हैं तो रोजाना आडू खाएं इससे पथरी छोटे छोटे टुकड़ों में टूटकर शरीर से बाहर निकल जाती है।

माहवारी से जुड़ी समस्याओं के इलाज में लाभकारी है आडू (Peach benefits for Menstrual Disorder in Hindi)

अगर आप माहवारी के दौरान तेज दर्द की समस्या से परेशान रहती हैं तो आपको आडू का उपयोग करना चाहिए। आडू, माहवारी में होने वाले दर्द को दूर करने में सहायक है। इसके लिए 1-2 ग्राम बीज चूर्ण या पत्तों का शीतकषाय बनाकर 20 मिली मात्रा में नियमित सेवन करें। 

त्वचा रोगों को दूर करता है आडू (Aadu Benefits for Skin Diseases in Hindi)

त्वचा संबंधी रोगों के इलाज में भी आडू का उपयोग फायदेमंद है। त्वचा संबंधी रोगों के लिए आडू की गुठली के तेल का उपयोग करें।

घावों के इलाज में करें आडू का उपयोग (Peach helps in Wound Healing in Hindi)

आडू के उपयोग से घाव ठीक हो जाते हैं।  इसके लिए चिकित्सक की सलाह के अनुसार, आडू के पत्तों को पीसकर घाव पर लगाएं। ऐसा करने से घाव कुछ ही दिनों में ठीक हो जाते हैं।

गठिया के मरीजों के लिए बहुत उपयोगी है आडू (Peach Benefits for Gout in Hindi)

बढ़ती उम्र में गठिया की शिकायत होना आम समस्या है। इस रोग के कारण जोड़ों और घुटनों में दर्द होने लगता है। अगर आप गठिया के दर्द से परेशान हैं तो आड़ू के तने की छाल को पीसकर जोड़ों पर लगाएं। इसे लगाने से गठिया का दर्द दूर होता है।

पसीने की बदबू दूर करता है आडू (Peach removes Body Odor in Hindi)

पसीने की बदबू की वजह से कई बार आपको सार्वजानिक स्थलों पर शर्मिंदा होना पड़ता है। इस समस्या से निजात पाने के लिए आप आडू का उपयोग कर सकते हैं। आड़ू के पत्तों को पीसकर, शरीर पर मल लें। इसके बाद  गुनगुने पानी से शरीर को धो लें। ऐसा करने से पसीने की दुर्गंध दूर हो जाती है।

बच्चों के पेट में कीड़ों को खत्म करता है आडू  (Peach benefits for Stomach Worms in Hindi)

बच्चों के पेट में कीड़े पड़ जाने पर बच्चे बहुत परेशान हो जाते हैं। इन कीड़ों की वजह से बार-बार पेट में दर्द होने लगता है। इस समस्या से निजात पाने के लिए आडू के पत्तियों का रस निकालें और इसकी 1-2 एमएल मात्रा बच्चों को पिलाएं। यह पेट के कीड़ों को खत्म करने का एक कारगर घरेलू उपाय है।

आडू खाने के लाभ (Aadu khane ke fayde) (Benefits of Peach in Hindi)

आड़ू एक बहुत ही लाभकारी फल है. इसके सेवन से सेहत, त्वचा और बालों को कई फायदे होते हैं। आइये देखते हैं कि आडू खाना किस तरह से हमारे सेहत के लिए अच्छा है.

वजन घटाने में सहायक

बढ़ते वजन को कम करने के लिए योग और एक्सरासाइज के अलावा डाइट भी बहुत महत्वपूर्ण होती है। एक शोध के अनुसार, आड़ू में पॉलीफेनोल्स होते हैं, जो एंटी-ओबेसिटी प्रभाव दिखाते हैं। दरअसल, आड़ू वसा अवशोषण को रोक कर और एनर्जी मेटाबॉलिज्म को बढ़ाकर मोटापे को कम कर सकता है। इसी वजह से आडू खाने से वजन को नियन्त्रित किया जा सकता है.

कैंसर से बचाव में सहायक

आड़ू खाने के फायदे (Aadu Peach in Hindi) में कैंसर से बचाव भी शामिल हो सकता है। दरअसल, पीच के छिलके में एंटी कैंसर प्रभाव होता है, जो कैंसर की समस्या को पनपने से रोक सकता है। इसके अलावा, आड़ू में पॉलीफेनोल्स होते हैं, जिन्हें एंटीकार्सिनोजेनिक एजेंट माना जाता है। रिसर्च में कहा गया है कि इससे ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम को दूर रखने में मदद मिल सकती है।

आंखों के लिए लाभदायक

आड़ू का उपयोग करके आंखों को स्वस्थ रखा जा सकता है। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) की वेबसाइट पर पब्लिश एक मेडिकल रिसर्च की मानें, तो सूखे आड़ू में विटामिन बी2 (राइबोफ्लेविन) होता है, जो ग्लूकोमा की समस्या को दूर करने में मदद कर सकता है। ग्लूकोमा आंखों से जुड़ा एक विकार है, जिसके कारण दिखाई देना कम हो सकता है। साथ ही आड़ू में मौजूद कैरोटीनॉयड भी आंखों को स्वस्थ बनाए रखने में मदद कर सकते हैं।

कब्ज से बचने में लाभकारी

आडू खाने के फायदे में कब्ज की समस्या से राहत दिलाना भी शामिल है। दरअसल, आड़ू में भरपूर मात्रा में फाइबर होता है, जो मल त्याग में मदद कर सकता है। इससे कब्ज की समस्या में राहत मिल सकती है। ऐसे में अगर किसी को कब्ज है, तो उनके लिए आड़ू फायदेमंद साबित हो सकता है।

कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है

अगर कोई उच्च रक्त कोलेस्ट्रॉल से पीड़ित है, तो प्रतिदिन एक आड़ू फल का सेवन करके कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण कर सकता है। आड़ू में पाए जाने वाले फाइबर शरीर में मौजूद नुकसानदायक कोलेस्ट्रॉल यानी एलडीएल को कम कर सकता है। साथ ही इससे होने वाली बीमारियों से सुरक्षा प्रदान कर सकता है।

मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी

आड़ू के फायदे (Aadu Peach in Hindi) मस्तिष्क स्वास्थ्य के लिए भी हो सकते हैं। इस संबंध में प्रकाशित एक वैज्ञानिक शोध के मुताबिक, ताजा पीच का गूदा और छिलके का सेवन साइटोटॉक्सिसिटी यानी कोशिकाओं को होने वाले नुकसान से बचा सकता है। साथ ही इसके सेवन से सेरेब्रल कॉर्टेक्स की समस्या से बचने में मदद मिल सकती है।

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सेरेब्रल कॉर्टेक्स की स्थिति में व्यक्ति के सुनने, सूंघने, बोलने, सोचने और समझने की क्षमता प्रभावित हो सकती है, जिसे आड़ू नियंत्रण में रख सकता है।

हृदय के स्वास्थ्य के लिए अच्छा

आडू खाने के फायदे में हृदय स्वास्थ्य भी है। इससे जुड़े एक वैज्ञानिक शोध में दिया है कि आड़ू में फ्लेवोनॉयड की अच्छी मात्रा होती है, जो लिपिड प्रोफाइल में सुधार कर सकता है। इससे हृदय रोग के जोखिम से बचाव हो सकता है। साथ ही फ्लेवोनॉयड्स युक्त डाइट हृदय रोग को रोकने का काम कर सकता है।

चिंता और डिप्रेशन दूर करता है आडू

एक वैज्ञानिक शोध के मुताबिक, आड़ू में एंटीऑक्सीडेंट की पर्याप्त मात्रा होती है, जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस की समस्या को कम कर सकता है। वहीं, एक दूसरे अध्ययन में दिया हुआ है कि ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के कारण चिंता और अवसाद जैसी मानसिक समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करके चिंता और डिप्रेशन से बचाव किया जा सकता है।

बुढ़ापे को कम करने के लिए

आड़ू (Aadu Peach in Hindi) का उपयोग करने से बढ़ती उम्र की प्रक्रिया धीमी हो सकती है। इस संबंध में पब्लिश एक मेडिकल रिसर्च के मुताबिक, आड़ू में फ्लेवोनोयड्स होते हैं, जो एंटी-एजिंग एजेंट की तरह काम करते हैं। इससे असमय आने वाले बुढ़ापे से बचाव और इसकी प्राकृतिक प्रक्रिया की गति को कम किया जा सकता है।

अच्छा एंटीऑक्सीडेंटहै आडू

कटा हुआ आडू (बीज सहित)

शरीर में एंटीऑक्सीडेंट की पूर्ति के लिए पीच का सेवन कर सकते हैं। दरअसल, पीच में विटामिन सी, कैरोटीनॉयड और फिनोल्स कंपाउंड की अच्छी मात्रा पाई जाती है। ये सब शरीर में एंटीऑक्सीडेंट की तरह कार्य करते हैं। एंटीऑक्सीडेंट शरीर के ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और फ्री रेडिकल्स को कम कर सकता है। दरअसल, ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के कारण किडनी, लीवर और ब्रेन कोर्टेक्स टिश्यू से जुड़ी समस्याएं हो सकती है, जिसे आड़ू में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स कम कर सकते हैं।

शरीर से विषाक्त पदार्थ निकलता है आडू

शरीर को डिटॉक्सीफाई यानी विषैले पदार्थ को बहार निकालने में आड़ू मददगार हो सकता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक मेडिकल रिसर्च के मुताबिक, आड़ू में एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव होता है, जो शरीर को डिटॉक्सीफाई करने में अहम भूमिका निभा सकता है। ऐसे में माना जा सकता है कि आड़ू खाने के फायदे में शरीर के विषैले पदार्थ को दूर करने भी शामिल है।

गर्भावस्था में बेहद उपयोगी

गर्भावस्था के दौरान खाए जाने वाले आहार में आड़ू को भी शामिल किया जा सकता है । इससे गर्भावस्था के समय जरूरी पोषक तत्वों की पूर्ति करने में मदद मिलती है। आड़ू में फाइबर होता है, जो गर्भावस्था में पाचन क्रिया को बेहतर रखने का काम कर सकता है। साथ ही फाइबर रक्त शुगर के स्तर को भी संतुलित रखने में सहायक भूमिका निभा सकता है, जिससे गर्भावस्था में मधुमेह के जोखिम से भी बचा जा सकता है।

एलर्जी कम करता है आडू

अगर किसी को एलर्जी की समस्या है, तो आड़ू से उसे कुछ कम किया जा सकता है। इससे जुड़े एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार, आड़ू में एंटी-एलर्जिक गतिविधि होती है। यह इंफ्लेमेटरी एलर्जिक रिएक्शन के जोखिम को कम करने का काम कर सकता है।

प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए अच्छा

फलों के सेवन से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद मिल सकती है। इसके लिए जरूरी फलों की सूची में आड़ू का नाम भी शामिल है। दरअसल, आड़ू में विटामिन सी की अच्छी मात्रा होती है। इस विटामिन को शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए जाना जाता है। इसी आधार पर आड़ू के फायदे में इम्यूनिटी को बेहतर करना भी गिना जाता है।

त्वचा के लिए लाभदायक

पीच के फायदे (Aadu Peach in Hindi) त्वचा पर भी नजर आ सकते हैं। इस संबंध में पब्लिश एक रिसर्च पेपर के मुताबिक, आड़ू यूवी किरणों से होने वाले स्किन कैंसर के जोखिम से बचाव कर सकता है । साथ ही आड़ू में एंटी माइक्रोबियल और एंटी बैक्टीरियल गुण भी होते हैं, जो त्वचा को संक्रमण से बचाए रखने का काम कर सकते हैं। इनके अलावा, सूरज के नुकसानदायक किरणों से होने वाले स्किन डैमेज और समय से होने वाले बुढ़ापे से भी आड़ू बचाव कर सकता है।

बालों के लिए लाभदायक

बालों के लिए भी आडू के फायदे हो सकते हैं। एनसीबीआई की वेबसाइट पर पब्लिश एक मेडिकल रिसर्च के मुताबिक, विटामिन ए, राइबोफ्लेविन विटामिन सी, नियासिन और आयरन की कमी से बालों का झड़ना शुरू हो सकता है। वहीं, आड़ू में इन सभी पोषक तत्वों की अच्छी मात्रा होती है। ऐसे में आड़ू का सेवन करके इन पोषक तत्वों का स्तर बेहतर होने के साथ ही बालों का झड़ना कम हो सकता है।

आड़ू का उपयोग (How to Use Peach in Hindi)

आड़ू का उपयोग (Aadu Peach in Hindi) कई प्रकार से किया जा सकता है। हम सामान्य तरीकों के अलावा कुछ ऐसे तरीके भी बता रहे हैं,  जिससे आड़ू के स्वाद में भी परिवर्तन हो सकता है। आड़ू खाने के तरीकों में यह शामिल है:

  • आड़ू को धोकर सामान्य फल की तरह खा सकते हैं।
  • आड़ू को काटकर दही में मिलाकर नाश्ते के रूप में ले सकते हैं।
  • ताजा आड़ू को दूध के साथ एक मिक्सर में पीस कर केले से साथ मिलाकर ले सकते हैं।
  • स्वादिष्ट स्नैक्स के लिए आड़ू काट कर गर्म करें और उस पर थोड़ी दालचीनी डालकर इसे भोजन में शामिल कर सकते हैं।
  • आड़ू का सॉस बनाकर सेवन किया जा सकता है।
  • आड़ू-ग्रील्ड पनीर सैंडविच बनाकर भी खा सकते हैं।

अच्छे आडू का चयन कैसे करें?

  • आड़ू (Aadu Peach in Hindi) में दाग न लगा हो और न ही कही से कटा हो।
  • इस फल को सूंघकर देखें। इससे अच्छी खुशबू आनी चाहिए।
  • एक पका हुआ आड़ू पीले या सुनहरे रंग का होता है। अगर आड़ू का रंग हल्का हरा है, तो वह अभी कच्चा है।
  • आड़ू छूने पर न ज्यादा नरम और न ज्यादा सख्त हो।
  • अगर पूरी तरह से पका हुआ आड़ू नहीं खरीदा है, तो इसे कुछ दिन के लिए कमरे के तापमान पर रखा जा सकता है। इससे यह पक जाएगा और ज्यादा दिनों तक चलेगा।
  • पके हुए आड़ू को कुछ दिन के लिए फ्रिज में रखा जा सकता है।
  • कटे हुए आड़ू को काला होने से बचाने के लिए उस पर नींबू का रस लगाकर एक से दो दिन तक स्टोर कर सकते हैं।

आडू खाने के नुकसान (Aadu khane ke Nuksan) (Side Effects of Peach in Hindi)

वैसे तो आडू खाना स्वास्थ्य के लिए काफी अच्छा होता है लेकिन अधिक मात्रा में या खराब आड़ू खाने से सेहत पर खराब असर पड़ सकता है।

  • पका आड़ू का सेवन एलर्जी से बचाव करने में मदद करता है लेकिन अगर किसी ने कच्चा आड़ू खा लिया, तो माउथ एलर्जी हो सकती है।
  • आड़ू से किसी तरह की विषाक्तता नहीं होती, लेकिन इसके बीज में साइनाइड होता है, जो विष की तरह कार्य करता है। ऐसे में आड़ू के बीज से बनी औषधि का सेवन डॉक्टर से पूछकर ही करना चाहिए।

आडू का पेड़ कहाँ पाया या उगाया जाता है (Where is Peach Found or Grown?)

आडू की खेती उत्तरी भारत में विशेषत: 3200 मी. की ऊँचाई वाले पहाड़ी इलाकों जैसे कि कश्मीर, उत्तराखण्ड और हिमाचल प्रदेश में की जाती है।

नोट: अपने इस लेख के माध्यम से हमने आपको आडू से होने वाले फायदे और नुकसान के बारे में बताया है लेकिन इसका किसी भी प्रकार से औषधीय रूप में सेवन करने से पहले आप अपने नजदीकी चिकित्सक से परामर्श अवश्य कर लें।

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