Shakarkand in Hindi: शकरकंद की जानकारी, खाने के फायदे और नुकसान)

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Shakarkand in Hindi

Shakarkand in Hindi / शकरकंद खाने के आश्चर्यजनक फायदे और नुकसान

शकरकंद एक कंद है आलू की तरह जमीन के अंदर उगता है. यह खाने में जितना स्वादिष्ट होता है उतना ही यह स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होता है. सर्दियों में शकरकंद खाने के कई फायदे होते हैं. अंग्रेजी में इसका नाम स्वीट पोटैटो होता है इसलिए कुछ लोग इसे आलू से जोड़कर भी देखते हैं.शकरकंद कई रंगों में आते हैं, जैसे- सफेद, बैंगनी और नारंगी आदि लेकिन सबका स्वाद कमोबेश एक जैसा ही मीठा होता है. आमतौर पर सभी तरह के शकरकंद मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं.

शकरकंद में विटामिन ए और विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं इसलिए ये साधारण आलू की अपेक्षा बहुत ज्यादा पौष्टिक होते हैं. शकरकंद का ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी बहुत कम होता है, इसलिए डायबिटीज के मरीज भी इसे खा सकते हैं. शकरकंद में विटामिन ए की मात्रा बहुत ज्यादा होती है. शकरकंद में बीटी कैरोटीन भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो विटामिन ए में बदल जाता है.

आम तौर पर उपवास के समय शकरकंद को उबालकर खाया जाता है क्योंकि ये एनर्जी या ऊर्जा का स्रोत होता है। शकरकंद में कई तरह की पौष्टिकताएं होती है जिसके कारण आयुर्वेद में औषधि के रुप में उपयोग किया जाता है। शकरकंद  एक ऐसा फल है जो कच्चा या पका दोनों रूपों में सेवन किया जाता है। और उसको उबालकर खाना अच्छा होता है। मीठा होने के बावजूद भी शकरकंद डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है। इस आर्टिकल में हम आपको शकरकंद खाने के महत्वपूर्ण स्वास्थ्य लाभों के बारे में बता रहे हैं.

शकरकंद क्या है? (What is Sweet Potato in Hindi?)

लाल शकरकंद

शकरकंद विटामिन सी, विटामिन बी-कॉम्प्लेक्स, आयरन, फॉस्फोरस और बीटा कैरोटीन का स्रोत होता है जिसके कारण पौष्टिकता से भरपूर होता है। शकरकंद मीठा, थोड़ा ठंडा और गरम, वात और पित्त को कम करने वाला, कफ को बढ़ाने वाला, शक्ति को बढ़ाने वाला, कब्ज से राहत दिलाने वाला होता है। इसका कंद विरेचक, वाजीकारक, मूत्रल बलकारक, कवकरोधी, जीवाणुरोधी, विबन्ध, प्रदर, अर्श, मधुमेह, कुष्ठ, पूयमेह तथा मूत्रकृच्छ्र में हितकर होता है। इसके भूमिगत कंद, लाल, सफेद अथवा पीले रंग का होता है। आम तौर पर शकरकंद बीच में मोटा तथा दोनों किनारों पर पतला होता है।

अन्य भाषाओं में शकरकंद के नाम (Name of Shakarkand in Different Languages)

शकरकंद का वानास्पतिक नाम Ipomoea batatas (Linn.) Lam. (आइपोमिया बटॉटास्) Syn-Convolvulus batatas Linn होता है। ये कुल: Convolvulaceae (कान्वाल्वुलेसी) का होता है। शकरकंद को अंग्रेजी में : Sweet potato (स्वीट पोटैटो) कहते हैं। अन्य भाषाओँ में शकरकंद के नाम निम्नलिखित हैं:

  • हिंदी में- शकरकन्द
  • संस्कृत में- सितालुक
  • उर्दू में- शकरकन्द (Shakarkand)
  • असामी में- बोगालु (Bogaalu), रंगालु (Rangaalu)
  • कोंकड़ी में- कनंग (Kanang), कोनोंग (Konong)
  • कन्नड़ में- गेनासु (Genasu); कनंगी (Kanangi), सक्कारीया (Sakkariya)
  • तमिल में- सक्केराईवल्लेइकेलांगु (Sakkereivelleikelangu), वालीकिलांगु (Vallikilangu)
  • तेलगू में- गेनासू (Genasu), चेलागडा (Chelagada)
  • बंगाली में- रंगालु (Rangaalu), चिनेलू (Chinealu), लाल आलू (Lal alu)
  • पंजाबी में- शखर-कुन्द (Sakhar-kund), शकरकंद (Shakarkand)
  • मराठी में- रतालु (Ratalu), रताली (Ratali)
  • मलयालम में- कापाकालेंगा (Kapakalenga)
  • अंग्रेजी में- स्वीट पोटेटो (Sweet potato)
  • अरबी में- बटाटा हलुवाह (Batatah haluwah)
  • फारसी में- लर्दाकलाहोरी (Lardaklahori)

शकरकंद के औषधीय गुण (Medicinal Values of Sweet Potato in Hindi)

हमने पहले ही बताया है कि शकरकंद (Sakarkand) के बहुत सारे स्वास्थ्यवर्द्धक गुण होते हैं, इसलिए आयुर्वेद में इसको कई तरह के बीमारियों के लिए औषधि के रूप में उपयोग किया जाता है। आइये देखते हैं कि शकरकंद किन-किन बीमारियों के लिए कैसे उपयोगी है:

कब्ज में फायदेमंद शकरकंद (Shakarkandi to Relieves Constipation in Hindi)

कभी-कभी आहार में फेरबदल होने पर कब्ज की परेशानी हो जाती है या किसी-किसी को लंबे समय तक कब्ज के समस्या से ग्रस्त रहना पड़ता है। शकरकंद को भूनकर सेवन करने से कब्ज के कष्ट से निजात मिलता है।

शकरकंद का सेवन दस्त रोकने में फायदेमंद (Sakarkandi to Fight Diarrhoea  in Hindi)

दस्त की समस्या में शकरकंद बहुत लाभदायक होता है. लंबे समय तक दस्त होने पर शरीर से जल की मात्रा कम हो जाती है। शकरकंद को उबालकर सेवन करने से अतिसार या दस्त से राहत मिलती है।

मूत्र संबंधी समस्याओं में फायदेमंद शकरकंद (Benefit of Sweet Potato in Urinary Disease in Hindi)

यूरीनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI) होने पर मूत्र संबंधी कई तरह की समस्याएं हो जाती है जैसे पेशाब में जलन इत्यादि। पेशाब करने में जलन होने पर शकरकंद को जड़ का प्रयोग किया जाता है। इसके अलावा शकरकन्दी को काटकर-सुखाकर, उबालकर या काढ़ा बनाकर पीने से मूत्र संबंधी और रोगों तथा मूत्रदाह में लाभ होता है।

फोड़ा सुखाने के लिए शकरकंद का प्रयोग (Sweet Potato Heals Boil in Hindi)

अगर लंबे समय से कोई फोड़ा नहीं सूख रहा है तो  शकरकन्द को भूनकर पुल्टिस या पोटली की तरह बनाकर बांधने से फोड़ा जल्दी फटकर सूख जाता है।

झाइंयों या पिग्मेंटशन को कम करता है शकरकंद (Sakarkand to Treat Pigmentation in Hindi)

अगर चेहरे पर दाग-धब्बों की समस्या हो गयी हो तो कच्ची शकरकन्दी को घिसकर चेहरे पर लगाने से चेहरे की झांईयां मिटती है तथा चेहरे की कान्ति बढ़ती है।

त्वचा में निखार लाता है शकरकंद (Sweet Potato Beneficial for Glowing Skin in Hindi)

आजकल तनाव भरी जिंदगी का सीधा असर त्वचा पर पड़ता है, फलस्वरूप चेहरे की कांति खो जाती है। कच्ची शकरकन्दी को गोल काटकर या पीसकर चेहरे पर लगाने से चेहरे की कान्ति वापस आ जाती है।

कमजोरी दूर करता है शकरकंद (Sweet Potato Helps to Fight Weakness in Hindi)

अक्सर लंबे समय से बीमार पड़ने से कमजोरी हो जाती है। शकरकंद के सेवन करने से कमजोरी दूर होती है।

शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए शकरकंद खाने के फायदे (Benefit of Sakarkand help to Hydrate Body in Hindi)

शरीर को हाइड्रेटेड रखने में शकरकंद उपयोगी होता है क्योंकि एक रिसर्च के अनुसार शकरकंद में प्रचुर मात्रा में जलीय तत्त्व पाया जाता है जो की शरीर को हाइड्रेटेड करने में मदद करता है।

पेट के अल्सर के उपचार में शकरकंद के फायदे (Sweet Potato Beneficial in Stomach Ulcer in Hindi)

पित्तदोष बढ़ने के कारण कई बार पेट के अल्सर हो जाते हैं। एक रिसर्च के अनुसार शकरकंद में एंटी इंफ्लामेटरी और एंटी अल्सर गुण पाए जाते हैं जो पेट के अलसर में भी लाभ पहुँचाते हैं. साथ ही इसमें पित्त शामक गुण होने के कारण भी यह अलसर में लाभ पहुंचाता है। 

मधुमेह के उपचार में शकरकंद के फायदे (Sweet Potato Beneficial to Control Diabetes in Hindi)

एंटी डायबिटिक गुण होने के कारण शकरकन्द डायबिटीज यानि मधुमेह में भी लाभदायक होता है। आयुर्वेद के अनुसार यह मधुमेह के लक्षणों को काम करता है। 

ब्रोंकाइटिस में शकरकंद खाने के फायदे (Benefit of Shakarkand for Bronchitis in Hindi)

एक रिसर्च के अनुसार शकरकंद में एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लामेटरी गुण होता है जो ब्रोंकाइटिस में भी काफी लाभकारी होता है.

पाचन में उपयोगी शकरकंद के फायदे (Shakarkand Beneficial in Digestion in Hindi)

एक रिसर्च के अनुसार शकरकंद के छिलकों में विशेष पाचक गुण होता है. यह शरीर की मंदाग्नि को ठीक कर पाचन शक्ति को बढ़ाता है।   

कैंसर में शकरकंद खाने के फायदे (Sweet Potato Beneficial to Treat Cancer in Hindi)

एक रिसर्च के अनुसार शकरकंद में एंटी कैंसर गुण होने के कारण यह कैंसर से लड़ने की क्षमता भी रखता है। 

गठिया के उपचार में शकरकंद खाने के फायदे (Shakarkand Beneficial to Get Relief from Gout in Hindi)

गठिया एक ऐसी स्थिति है जिसमें जोड़ों में शोथ यानी सूजन आदि उत्पन्न होते है क्योंकि वात दोष की वृद्धि होती है । शकरकंद में वात शामक एवं एंटी इंफ्लामेटरी गुण होने के कारण यह गठिया में लाभ पहुँचाता है। 

अस्थमा के कष्ट से आराम दिलाता है शकरकंद (Shakarkand Beneficial to Get Relief from Asthma in Hindi)

शकरकंद के ऊपर किये गए एक रिसर्च से पता चला है कि इसमें एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लामेटरी गुण होता है। यह ब्रोंकाइटिस में भी फायदेमंद होता है। यह रसायन होने के कारण अस्थमा के लक्षणों को कम करने में भी सहयोगी होता है।

सूजन कम करता है शकरकंद (Benefit of Shakarkand in Inflammation in Hindi)

शरीर में बाह्य या आभ्यंतर आघात होने से या दोषों के बिगड़ने से सूजन उत्पन्न होती है। शकरकंद में वात-पित्त शामक एवं एंटी इंफ्लामेटरी गुण होने के कारण यह सूजन को कम करने में सहयोग देता है। 

प्रतिरक्षी प्रणाली को स्वस्थ बनाने में फायदेमंद शकरकंद (Sweet Potato Beneficial to boost Immune System in Hindi)

शकरकंद शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को स्वस्थ रखने में मदद करता है।

बिच्छू के काटने पर शकरकंद का प्रयोग (Sakarkand for Scorpion Bite in Hindi)

बिच्छू के काटने पर छाया में  सुखाये हुए सूखे कड़वे शकरकंद को घिसकर दंश स्थान पर लेप करने से बिच्छू के विष का प्रभाव कम हो जाता है। इसके अलावा जड़ तथा पत्तों से बने काढ़ा को दंशस्थान पर लगाने से भी लाभ मिलता है।

शकरकंद के उपयोगी भाग (Useful Part of Shakarkand)

आयुर्वेद में शकरकंद के कंद (bulb) और पत्ते का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। चिकित्सक के परामर्शानुसार इसका सेवन करना चाहिए।

शकरकंद खाने के लाभ (Shakarkand khane ke fayde) (Benefits of Sweet Potato in Hindi)

  • शकरकंद खाने से आंखों की रोशनी अच्छी रहती है.
  • शंकरकंद खाने से दिल की बीमारियां दूर हो सकती हैं क्योंकि इसमें अच्छी मात्रा में फाइबर पाया जाता है जो आपके शरीर से खराब कोलेस्टॉल को कम करता है.
  • शकरकंद में पोटैशियम की भी पर्याप्त मात्रा पायी जाती है, इसलिए यह आपको हाई ब्लड प्रेशर से बचाने में मदद करता है.
  • शकरकंद में फाइबर की अच्छी मात्रा पाई जाती है, इसलिए इसे खाने से पाचन तंत्र ठीक रहता है. इसके साथ ही ये आपको कब्ज से राहत दिलाने में फायदेमंद साबित होता है.
  • शकरकंद में भरपूर मात्रा में आयरन होता है. आयरन की कमी से हमारे शरीर में एनर्जी की कमी हो जाती है, शरीर सुस्त पड़ जाता है, रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रभावित होती है और ब्लड सेल्स का निर्माण भी ठीक से नहीं होता. शकरकंद आयरन की कमी को दूर करने में मददगार रहता है.

इसे भी पढ़ें: आलू खाने के आश्चर्यजनक फायदे और नुकसान

  • शकरकंद या स्वीट पोटैटो का सेवन सर्दियों में लाभदायक होता है. सर्दियों में कंद-मूल अधिक फायदेमंद रहते हैं, क्योंकि ये शरीर को गर्म रखते हैं. अक्सर लोग इसे आलू से जोड़कर देखते हैं लेकिन पोषक तत्वों और स्वास्थ्य के लिहाज से यह आलू से कई गुना बेहतर हैं.
  • शकरकंद की गहरे रंग की प्रजाति में कैरोटिनॉयड जैसे, बीटा-कैरोटीन और विटामिन ए अधिक मात्रा में पाया जाता है.
  • शकरकंद में आयरन, फोलेट, कॉपर, मैगनीशियम, विटामिन्‍स आदि होते हैं, जिससे इम्‍यून सिस्‍टम मजबूत बनता है. इसको खाने से त्‍वचा में चमक आती है और चेहरे पर जल्‍दी झुर्रियां नहीं पड़ती. इसमें मौजूद विटामिन सी त्‍वचा में कोलाजिन का निर्माण करता है जिससे आप सदाबाहर जवां और खूबसूरत रहते हैं.
  •  शकरकंद डायटरी फाइबर और कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होता है. शकरकन्‍द खाने में मीठा होता है. इसके सेवन से खून बढ़ता है, शरीर मोटा होता है साथ ही यह कामशक्ति को भी बढ़ाता है. नारंगी रंग के शकरकंद में विटामिन ए भरपूर मात्रा में पाया जाता है.
  • शकरकंद में कैरोटीनॉयड नामक तत्व पाया जाता है जो ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है. वहीं इसमें मौजूद विटामिन बी6 डायबिटिक हार्ट डिजीज में भी फायदेमंद होता है.
  • शकरकंद उच्च मात्रा वाला स्टार्च फूड है. यह आरोग्यवर्धक तथा ऊर्जा वर्धक होता है तथा साथ ही वजन को कम करने में भी मददगार होता है.
  • ब्‍लड शुगर लेवल कुछ भी खाने से तुरंत ही बढ जाता है तो, शकरकंद खाना ज्‍यादा अच्‍छा होता है. इसे खाने से ब्‍लड शुगर हमेशा नियन्‍त्रित रहता है और इंसुलिन को बढने नहीं देता.
  • शकरकंद में कैलोरी और स्टार्च की सामान्य मात्रा होती है. वहीं, सैचुरेटेड फैट और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा इसमें न के बराबर रहती है. इसमें फाइबर, एंटी-ऑक्सीडेंट्स, विटामिन और लवण भरपूर पाए जाते हैं.
  • शकरकंद में भरपूर मात्रा में विटामिन बी6 पाया जाता है, जो शरीर में होमोसिस्टीन नाम के अमीनो एसिड के स्तर को कम करने में सहायक होता है. अगर इस अमीनो एसिड की मात्रा बढ़ने पर बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है.
  •  शकरकंद विटामिन डी का एक बहुत अच्छा सोर्स है. यह विटामिन दांतों, हड्ड‍ियों, त्वचा और नसों की ग्रोथ और मजबूती के लिए आवश्यक होता है.
  • शकरकंद पोटैशियम का एक बहुत अच्छा माध्यम है. यह नर्वस सिस्टम की सक्रियता को सही बनाए रखने के लिए आवश्यक है. साथ ही किडनी को भी स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण योगदान देता है.

शकरकंद खाने के नुकसान (Shakarkand khane ke Nuksan) (Side Effects of Sweet Potato in Hindi)

सही मात्रा में लिए गए शकरकंद के नुकसान नहीं होते है।यदि मात्रा से अधिक सेवन किया जाये तो यह कफ दोष को बढ़ा सकता है जिससे खांसी-जुकाम जैसी परेशानियों हो सकती है साथ ही यह भारी होने के कारण यह देर से पचता है जिससे कमजोर पाचन शक्ति वालों को इसे पचाने में समय लग सकता है।  

शकरकंद कहां पाया या उगाया जाता है? (Where is Sweet Potato Found or Grown in Hindi?)

शकरकंद की खेती समस्त भारत में की जाती है। इसके मीठे कंद को भूनकर या उबालकर व्रत-उपवास में उपयोग किया जाता है।

नोट: अपने इस लेख के माध्यम से हमने आपको शकरकंद से होने वाले फायदे और नुकसान के बारे में बताया है लेकिन इसका किसी भी प्रकार से औषधीय रूप में सेवन करने से पहले आप अपने नजदीकी चिकित्सक से परामर्श अवश्य कर लें।

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