Khubani Apricot in Hindi (खुबानी: जानकारी, खाने के फायदे और नुकसान)

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Khubani Apricot in Hindi

Khubani Apricot in Hindi/ खुबानी खाने के आश्चर्यजनक फायदे और नुकसान

खुबानी (Apricot in Hindi) एक पहाड़ी गुठलीदार फल है। अगर वनस्पति विज्ञान की दृष्टि से देखें तो खुबानी, आलूबुखारा, और आडू तीनों एक ही प्रूनस नाम के वनस्पति परिवार के फल हैं। भारत के पहाड़ी इलाकों में खासतौर से उत्तर भारत और पाकिस्तान में यह बहुत ही महत्वपूर्ण फल समझा जाता है। इतिहासकारों के अनुसार भारत में इसकी खेती पिछले 5000 साल से होती आ रही है।

खुबानी की खास बात यह है कि इसको कच्चा और सूखे मेवा दोनों रूपों में खाया जा सकता है। स्वास्थ्य की दृष्टि से खुबानी बहुत ही लाभदायक फल है। आयुर्वेद में भी खुबानी का प्रयोग औषधि के रूप में बहुतायत से हुआ है।Khubani Apricot in Hindi

खुबानी क्या है? (What is Apricot in Hindi)

खुबानी को इंग्लिश में एप्रीकॉट (Apricot) कहते हैं जबकि संस्कृत में से उरुमाण कहा गया है। आयुर्वेद में इसका वर्णन चरक सुश्रुत एवं अष्टांग हृदय की संहिताओं में बादाम, अखरोट, आदि मेवा फलों के साथ किया गया है। खुबानी आड़ू या प्लम जैसा ही एक फल होता है जिसका छिलका थोड़ा खुरदुरा और थोड़ा मुलायम होता है।

खुबानी का पेड़ (Khubani ka Ped/ Kubani’s Tree)

खुबानी का पेड़ एक छोटे मध्यम कद का पेड़ होता है जिसकी लंबाई 8 से 12 मीटर तक होती है। इसके तने की मोटाई लगभग 40 सेंटीमीटर होती है। इसके पेड़ की पत्तियां, टहनियां घनी फैली होती हैं। पत्ते का आकार 5 से 10 सेंटीमीटर लम्भा और 4 से 8 सेंटीमीटर चौड़ा अंडाकार होता है। फूल सफेद या हल्के गुलाबी रंग के पांच पंखुड़ियों वाले होते हैं और हाथ की उंगली से थोड़े छोटे होते हैं। यह फूल या तो अकेले या जोड़ों में खिलते हैं। Khubani Apricot in Hindi

खुबानी का फल छोटे आलू के बराबर होता है और पीले से लेकर नारंगी तक होता है। लेकिन जिस तरफ से सूरज की रोशनी पड़ती है उस तरफ इसका फल लाल रंग का भी हो जाता है। वैसे तो खुबानी का बाहरी छिलका मुलायम होता है, लेकिन कभी-कभी उस पर महीन महीन रोएं भी होते हैं। खुबानी का बीज फल के बीच में खाकी या काली रंग की सख्त गुठली में बंद रहता है। इसकी गुठली बेर की तरह खुरदरी होती है। खुबानी का पेड़ 5 वर्ष की आयु से फल देना शुरू कर देता है और 35 वर्ष की आयु तक लगातार देता रहता है। पेड़ों में अत्याधिक फूल आने के कारण फलों की संख्या भी अधिक होती है। खुबानी के प्रति पेड़ से लगभग 30-40 किलोग्राम फल प्रति वर्ष प्राप्त हो जाते हैं।Khubani Apricot in Hindi

खुबानी की पैदावार

पूरे विश्व में खुबानी की सबसे ज्यादा पैदावार तुर्की में होती हैं। मध्यपूर्व तुर्की का मलात्या क्षेत्र खूबानियों के लिए प्रसिद्ध है और तुर्की का लगभग आधा पैदावार यहीं से होता है। तुर्की के बाद खुबानी के उत्पादन में ईरान का स्थान आता है।
खुबानी एक ठंडे प्रदेश का पौधा है जो अधिक गर्मी में या तो मर जाता है या फल ही पैदा नहीं होते। भारत में खुबानी का उत्पादन उत्तर के पहाड़ी इलाकों में होती हैं जैसे: कश्मीर, हिमाचल प्रदेश उत्तराखंड आदि।

खुबानी का प्रयोग

खुबानी एक ऐसा फल है जिसका प्रयोग कच्चे फल के साथ-साथ मेवे के रूप में भी किया जाता है। सूखे खुबानी को भारत के पहाड़ी इलाकों में बादाम अखरोट और अन्य सूखे मेवों की तरह काफी मात्रा में खाया जाता है। कश्मीर और हिमाचल के कई इलाकों में सूखे खुबानी को किश्त अथवा किष्ट कहते हैं। ऐसा माना जाता है कि कश्मीर का किश्तवार क्षेत्र नाम पर इस पर ही पड़ा क्योंकि प्राचीन काल में यह जगह सूखी खूबानियों के लिए प्रसिद्ध थी।  Khubani Apricot in Hindi

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खुबानी की प्यूरी का प्रयोग वसा के विकल्प के तौर पर किया जा सकता है। इसकी प्यूरी आलू बुखारे की प्यूरी की तरह बहुत गहरे रंग की नहीं होती और ना ही सेब की प्यूरी की तरह जल की बहुत अधिकता वाली होती है।

खुबानी का उद्गम स्थल

खुबानी का उद्गम स्थल उत्तर पश्चिम के देशों विशेषकर अमेरिका को माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि यही से यह फल तुर्की पहुंचा। खुबानी का रंग जितना ज्यादा गहरा और चमकीला होता है, उसमे विटामिन सी, विटामिन ई और पोटैशियम की मात्रा उतनी ज्यादा होती है।

सूखे खुबानी में ताजी खुबानी की तुलना में 12 गुना ज्यादा लौह, 7 गुना आहारीय रेशा, और 5 गुना विटामिन ए होता है। सुनहरी खुबानी में कच्चे आम और चीनी मिलाकर बहुत स्वादिष्ट चटनी बनती है। खुबानी का पेय भी बहुत स्वादिष्ट होता है, जिसे एप्रीकॉट नेक्टर कहते हैं। Khubani Apricot in Hindi

खुबानी के बीज

खुबानी की गुठली के अंदर एक बीज होता है जो छोटे बादाम की तरह होता है। खुबानी की बहुत सारी किस्मों में इसके बीज का स्वाद मीठे बादाम जैसा होता है और इसे खाया जा सकता है। लेकिन इसमें हल्की मात्रा में एक हाइड्रोसाइएनिक एसिड नाम का जहरीला पदार्थ होता है। यही कारण है कि बच्चों को खुबानी के बीज नहीं खिलाने चाहिए। हालांकि बड़ों के लिए खुबानी के बीज नुकसानदायक नहीं है लेकिन उन्हें भी एक बार में 5 या 10 से ज्यादा बीज नहीं खाना चाहिए।

खुबानी की किस्में

खुबानी की बहुत सारी किस्में है और यह कई रंगों में आती है जैसे काले, सफेद, गुलाबी, भूरे रंग इत्यादि। रंग से खुबानी के स्वाद पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है लेकिन इसमें जो कैरोटीन होता है उसमें अंतर जरूर आ जाता है।Khubani Apricot in Hindi

खुबानी के लाभ (Benefits of Khubani in Hindi)

आयुर्वेद के अनुसार खुबानी मीठा और गर्म तासीर का फल होता है। खुबानी के गुणों के कारण यह वात और कफ को कम करने के साथ ही कमजोरी को दूर करने में भी लाभदायक होता है। इसके अलावा खुबानी स्पर्म या शुक्राणु की संख्या और क्वालिटी बढाने में भी सहायता करता है। खुबानी आग से जलने पर दर्द और जलन कम करने में भी फायदेमंद होता है। खुबानी के फल का जलीय एवं एथेनॉल सार क्षयरोगरोधी एंटीट्यूबरक्यूलर यानी ट्यूबरक्लोसिस (TB) को होने से रोकने में मददगार है। साथ ही खुबानी का ब्यूटेनॉलिक सार जीवाणुरोधी भी होता है अर्थात बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करता है।

खुबानी के फायदे और सेवन का तरीका
(Uses and benefits of apricot fruits in Hindi)

खुबानी में विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन ई, नियासीन, पोटैशियम, मैग्निशियम, मैग्नीज, जैसे बहुत सारे पौष्टिक गुण होते हैं जो इसको बहुत ज्यादा फायदेमंद बना देते हैं। आयुर्वेद के अनुसार, खुबानी के बहुत सारे फायदे हैं जो अनेक तरह के रोगों से लड़ने में मदद करते हैं:

कान के दर्द में फायदेमंद है खुबानी

खुबानी कान के दर्द से राहत दिलाने में बहुत लाभदायक होता है। अगर कभी ठंड लगने से आपके कानों में दर्द होने लगता है तो एक से दो बूँद खुबानी के बीज का तेल कान में डालने से कान के दर्द से राहत मिलती है।Khubani Apricot in Hindi

खांसी में खुबानी के फायदे

खुबानी मौसमी खांसी को दूर करने में बहुत लाभदायक होता है। अगर मौसम बदलने के कारण आपको खांसी की समस्या से जूझना पड़ता है, तो खुबानी के फूल के चूर्ण में काली मिर्च, अदरक मिलाकर काढ़ा बनाकर पीने से खांसी तथा सांस लेने में जो असुविधा होती है, उससे आराम मिलता है। यह पेय या ड्रिंक पीने में भी बहुत स्वादिष्ट होता है।

डायरिया दस्त या अतिसार से बचाव

जिनको डायरिया दस्त या अतिसार की समस्या होती हैं, उनके लिए खुबानी बहुत लाभदायक है।
खुबानी के बीज का काढ़ा बनाकर 15-20 मिली। मात्रा में पीने से डायरिया या दस्त में लाभ होता है।Khubani Apricot in Hindi

बार-बार प्यास लगने की समस्या में खुबानी बहुत लाभदायक है

अगर किसी दवा के साइड इफेक्ट के कारण किसी बीमारी के लक्षण के रूप में बार-बार प्यास लगने की समस्या होती है, तो खुबानी का सेवन लाभदायक होता है। मेनोपॉज के कारण भी गला बार-बार सूखने लगता है उस समय भी खुबानी का सेवन करने से अत्यधिक प्यास लगना कम हो जाता है।

गठिया के दर्द से राहत दिलाता है खुबानी

खुबानी आदि द्रव्यों से बने घी का चिकित्सक के निर्देशानुसार सेवन करने से गठिया के दर्द की परेशानी काफी हद तक कम हो सकती हैं।

अल्सर में फायदेमंद खुबानी

खुबानी के बीज का तेल लगाने से अल्सर या घाव में बहुत आराम मिलता है।

रूखी त्वचा में खुबानी के प्रयोग से लाभ

प्रदूषण और खान-पान के असंतुलन के कारण त्वचा में रूखापन आ जाता है। खूबानी के तेल का प्रयोग करने से त्वचा का रूखापन कम होकर त्वचा कोमल हो जाती है। इसके तेल का प्रयोग करने से शारीरिक दुर्बलता और जोड़ों के दर्द में भी आराम मिलता है।

आग से जले हुए घाव में फायदेमंद

अगर आपके शरीर का कोई हिस्सा आग से जल जाता है तो खुबानी के बीज के तेल का प्रयोग करने से बहुत आराम मिलता है। Khubani Apricot in Hindi

खुबानी पीले ज्वर में फायदेमंद

खुबानी के लगातार सेवन से पीले ज्वर के लक्षणों से आराम मिलता है।

कमजोरी में खुबानी खाने के फायदे

अगर लंबे समय तक बीमार रहने के कारण कमजोरी हो गई है तो खुबानी के सेवन से लाभ मिलता है। खुबानी का रोज सेवन करने से शारीरिक दुर्बलता कम होती है तथा शरीर की ताकत बढ़ती है। भारत के हिमालई क्षेत्रों में खुबानी का तेल बहुत ज्यादा मात्रा में सेवन किया जाता है। यह अत्यंत पौष्टिक होता है तथा कमजोरी दूर करने के लिए एक चम्मच तेल को दूध में डालकर पीना चाहिए।

कृमि नाशक खुबानी

अगर आपके बच्चों को कीड़ों या कृमि की समस्या है तो खुबानी के बीज के सीमित मात्रा में सेवन से कृमि निकल जाते हैं।

खुबानी के नुकसान (Side Effects of Apricot in Hindi)

एक्सपर्ट्स के अनुसार खुबानी के बीजों का सेवन जानलेवा हो सकता है क्योंकि इसमें कई हानिकारक रसायन होते हैं।

1. सूखे खुबानी का सेवन आंतों में रूकावट (bowel obstruction) का कारण बन सकता है।

2. कई बार ज्यादा मात्रा में सूखे हुए खुबानी खाने से उल्टी और पेट के नीचे दर्द (Abdominal Pain) की समस्या भी होती पाई गयी है।

नोट: दोस्तों, इस लेख से आप खुबानी के विभिन्न फायदों के बारे में जान गए होंगे। खुबानी कई औषधीय गुणों से समृद्ध एक स्वादिष्ट फल है, जिसे आप रोजाना खा सकते हैं। आप इसका इस्तेमाल चेहरे की चमक बढ़ाने से लेकर पेट की गंभीर समस्या से निजात पाने के लिए भी कर सकते हैं। दोस्तों, इस लेख के बारे में आप अपने विचार हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। Khubani Apricot in Hindi

अगर आपको खुबानी से जुड़ी कोई अन्य जानकारी है या आप हमसे कुछ पूछना चाहते हैं तो उसके लिए भी आप कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं।  

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