Balika ka parichay Kavita (बालिका का परिचय कविता)- सुभद्रा कुमारी चौहान

Ad:

http://www.hindisarkariresult.com/subhadra-kumari-chauhan/

Balika ka parichay Kavita, ‘बालिका का परिचय’ सुभद्रा कुमारी चौहान (subhadra kumari chauhan) द्वारा लिखित एक छोटी सी कविता है.

यह मेरी गोदी की शोभा, सुख सोहाग की है लाली।
शाही शान भिखारन की है, मनोकामना मतवाली।

दीप-शिखा है अँधेरे की, घनी घटा की उजियाली।
उषा है यह काल-भृंग की, है पतझर की हरियाली।

सुधाधार यह नीरस दिल की, मस्ती मगन तपस्वी की।
जीवित ज्योति नष्ट नयनों की, सच्ची लगन मनस्वी की।

बीते हुए बालपन की यह, क्रीड़ापूर्ण वाटिका है।
वही मचलना, वही किलकना,हँसती हुई नाटिका है।

Balika ka parichay Kavita

मेरा मंदिर,मेरी मसजिद, काबा काशी यह मेरी।
पूजा पाठ,ध्यान,जप,तप,है घट-घट वासी यह मेरी।

कृष्णचन्द्र की क्रीड़ाओं को अपने आंगन में देखो।
कौशल्या के मातृ-मोद को, अपने ही मन में देखो।

प्रभु ईसा की क्षमाशीलता, नबी मुहम्मद का विश्वास।
जीव-दया जिनवर गौतम की,आओ देखो इसके पास।

परिचय पूछ रहे हो मुझसे, कैसे परिचय दूँ इसका।
वही जान सकता है इसको, माता का दिल है जिसका।

इसे भी पढ़ें: सुभद्रा कुमारी चौहान का सम्पूर्ण जीवन परिचय

सुभद्राकुमारी चौहान की कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ

झांसी की रानी   आराधना इसका रोना  
उपेक्षा   उल्लास   कलह-कारण  
कोयल   कठिन प्रयत्नों से सामग्री   खिलौनेवाला  
गिरफ़्तार होने वाले हैं   चलते समय   चिंता  
जलियाँवाला बाग में बसंत   जीवन-फूल   अनोखा दान  
झाँसी की रानी की समाधि पर   झिलमिल तारे   ठुकरा दो या प्यार करो  
तुम   तुम मानिनि राधे   तुम मुझे पूछते हो  
नीम   परिचय   पानी और धूप  
पूछो   प्रथम दर्शन   प्रतीक्षा  
प्रभु तुम मेरे मन की जानो   प्रियतम से   फूल के प्रति  
बालिका का परिचय   बिदाई   भैया कृष्ण!  
भ्रम   मधुमय प्याली   मुरझाया फूल  
मातृ-मन्दिर में   मेरा गीत   मेरा जीवन  
मेरा नया बचपन   मेरी टेक   मेरी कविता  
मेरे पथिक   यह कदम्ब का पेड़   मेरे भोले सरल हृदय ने  
यह मुरझाया हुआ फूल है   राखी   राखी की चुनौती  
विजयी मयूर   विदा   वीरों का कैसा हो वसंत  
वेदना   व्याकुल चाह   सभा का खेल  
समर्पण   साध   साक़ी  
स्मृतियाँ   स्वदेश के प्रति   हे काले-काले बादल  

Ad:

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*


This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.