Turmeric Haldi in Hindi (हल्दी: जानकारी, खाने के फायदे और नुकसान)

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Turmeric Haldi in Hindi

Turmeric Haldi in Hindi / हल्दी खाने के आश्चर्यजनक फायदे और नुकसान

हल्दी एक मसाला है जो सब्जी या दाल में पीला रंग लाने के लिए मुख्य रूप से इस्तेमाल किया जाता है लेकिन इसके अन्दर एक अच्छी खुशबू होती है तथा औषधीय रूप से भी यह शरीर के लिए बहुत लाभदायक है. हल्दी का सेवन हम रोजाना किसी ना किसी रूप में करते ही हैं। चाहे वो दाल के जरिए हो, सब्जी के जरिए हो या फिर किसी अन्य व्यंजनों के जरिए, हम विभिन्न रूपों में हल्दी का सेवन करते हैं जो हमें कई प्रकार से स्वास्थ्य लाभ पहुंचाती है। हल्दी में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाते हैं.

हल्दी क्या है? (What is Haldi in Hindi?)

हल्दी (Turmeric Haldi in Hindi) एक जड़ी-बूटी है। भारतीय रसोई में इसका इस्तेमाल मसालों के रुप में प्रमुखता से किया जाता है। हिंदू धर्म में पूजा में या कोई भी शुभ काम करते समय हल्दी का उपयोग किया जाता है। खाने के अलावा कई तरह की बीमारियों से बचाव में भी हल्दी का उपयोग होता है। इस समय पूरी दुनिया में हल्दी के गुणों पर रिसर्च चल रहे हैं और कई रिसर्च आयुर्वेद में बताए गुणों कि पुष्टि करते हैं।

हल्दी की प्रजातियाँ

खेत में उगे हुए हल्दी के पौधे

हल्दी की कई प्रजातियाँ पाई जाती हैं, जिनमें मुख्य रूप से निम्नलिखित चार प्रजातियों का प्रयोग चिकित्सा में किया जाता है।

  • Curcuma longa:  हल्दी की इस प्रजाति का उपयोग मुख्य रुप से मसालों और औषधियों के रूप में किया जाता है। इसके पौधे 60-90 सेमी तक ऊँचें होते हैं। इस हल्दी का रंग अंदर से लाल या पीला होता है। यही वह हल्दी है जिसका उपयोग हम अपने घरों में सब्जी बनाने में करते हैं।
  • Curcuma aromatica:  इसे जंगली हल्दी कहते हैं।
  • Curcuma amada: इस हल्दी के कन्द और पत्तों में कपूर और आम जैसी महक होती है। इसी वजह से इसे आमाहल्दी (Mango ginger) कहा जाता है।
  • Curcuma caesia: इसे काली हल्दी कहते हैं। मान्यताओं के अनुसार इस हल्दी में चमत्कारिक गुण होते हैं। इस हल्दी का उपयोग ज्योतिष और तंत्र विद्या में ज्यादा होता है।

हल्दी के औषधीय गुण (Medicinal Values of Ginger in Hindi)

हल्दी (Turmeric Haldi in Hindi) में सेहत के लिए कई सारे फायदे होते हैं जिनमें से कुछ प्रमुख फायदे निम्नलिखित हैं:

त्वचा के लिए लाभदायक

त्वचा संबंधी कई समस्याओं के लिए भी हल्दी का सेवन फायदेमंद रहता है। इतना ही नहीं आप अपनी त्वचा में निखार लाने के लिए हल्दी के लेप का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। हल्दी का इस्तेमाल खासकर ब्रेस्ट कैंसर की सर्जरी के बाद काफी फायदेमंद माना जाता है, क्योंकि उसके बाद पूरे शरीर की त्वचा पर एलर्जी होने लगती है और स्किन इरिटेशन की समस्या देखने को मिलती है जिससे सुरक्षा पाने के लिए हल्दी का इस्तेमाल बेहद लाभकारी साबित माना जाता है।

कमजोर याददाश्त या अल्जाइमर में फायदेमंद

आमतौर पर यह स्वास्थ्य समस्या बुजुर्गों में देखने को मिलती है। जिसके कारण बढ़ती उम्र के साथ उनकी याददाश्त कमजोर होने लगती है। इस समस्या से बचे रहने के लिए भी हल्दी (Turmeric Haldi in Hindi) उपयोगी साबित होगी। इस पर नेशनल सेंटर फॉर कांप्लीमेंट्री एंड इंटीग्रेटिव हेल्थ के द्वारा किए गए अध्ययन में यह देखा गया कि हल्दी में मौजूद करक्यूमिन अल्जाइमर रोग की स्थिति को सुधारने और इससे बचे रहने के लिए भी सक्रिय रूप से मदद कर सकती है।

हार्ट अटैक का खतरा कम करे

हल्दी का सेवन करने से हृदय रोग में भी बहुत फायदा मिलता है और अगर आपके घर में भी कोई हृदय रोग से परेशान है तो उसके डाइट में हल्दी जरूर शामिल करें। वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार सर्जरी के बाद आने वाले हार्ट अटैक के खतरे को हल्दी के सेवन से काफी हद तक टाला जा सकता है। हृदय रोगी इसका सेवन रात में सोने से पहले दूध के साथ भी कर सकते हैं।

ओरल हेल्थ के लिए फायदेमंद

कई लोगों के मुंह से बदबू आने की भी समस्या रहती है जिसके कारण कभी-कभी उन्हें शर्मिंदगी भी झेलनी पड़ती है। इसलिए ओरल हेल्थ से जुड़ी हुई किसी भी समस्या से बचने के लिए हल्दी का इस्तेमाल काफी लाभदायक होगा। हल्दी में एंटीबैक्टीरियल एक्टिविटी पाई जाती है। इस कारण जब आप हल्दी का सेवन करते हैं तो यह मुंह में मौजूद बैक्टीरिया को मारने के लिए सक्रिय रूप से कार्य करता है और ओरल हेल्थ में काफी मददगार साबित हो सकता है।

घुटनों के दर्द को दूर करने में मददगार

घुटनों की बीमारी से कई लोग पीड़ित रहते हैं और यही वजह है कि उन्हें अक्सर हल्दी (Turmeric Haldi in Hindi) खाने की या फिर घुटनों पर लगाने की सलाह दी जाती है। ऐसा इसलिए कहा जाता है क्योंकि हल्दी में पेन किलर का गुण पाया जाता है जो शरीर में होने वाले दर्द को दूर करने में सक्रिय रूप काम करता है।

कैंसर से भी बचाती है हल्दी

कैंसर आज एक ऐसी बीमारी बन चुकी है जो हर साल हजारों लोगों की जान ले जाती है। इस जानलेवा बीमारी से बचे रहने के लिए भी हल्दी का सेवन बहुत जरूरी है। दरअसल, हल्दी में एंटी कैंसर एक्टिविटी पाई जाती है जो कैंसर से बचाए रखने में काफी मददगार साबित हो सकती है। इसलिए आप अपनी डायट में हल्दी का सेवन किसी न किसी खाद्य पदार्थ के जरिए अवश्य करें।

डायबिटीज में लाभदायक

डायबिटीज की समस्या से आज भारत में करोड़ों लोग परेशान हैं और इसके जोखिम से बचने के लिए खान-पान पर विशेष ध्यान देना बहुत जरूरी है। वहीं, बात की जाए अगर हल्दी की तो नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ के द्वारा किए गए अध्ययन के अनुसार हल्दी का सेवन करने से डायबिटीज का खतरा कम होता है और जो लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं उन्हें इसके कारण होने वाले जोखिम से भी बचे रहने में काफी मदद मिलती है। इसलिए डायबिटीज से पीड़ित लोग हल्दी का सेवन नियमित रूप से अवश्य करें।

अनिद्रा की समस्या से बचाती है हल्दी

अनिद्रा की समस्या से बचे रहने के लिए भी हल्दी का सेवन (Turmeric Haldi in Hindi) काफी फायदेमंद साबित होगा। हल्दी में मेलाटोनिन नामक हार्मोन को बढ़ाने का गुण पाया जाता है। इसलिए सोने से पहले यदि आप गोल्डन ड्रिंक के रूप में इसका सेवन करते हैं तो आपको जल्दी नींद आएगी और आप स्ट्रेस फ्री भी महसूस करेंगे।

अन्य भाषाओं में हल्दी के नाम (Name of Haldi in Different languages) :

हल्दी का वानस्पतिक नाम Curcuma longa Linn. (कुरकुमा लौंगा) Syn-Curcuma domesticaValeton तथा कुल का नाम Zingiberaceae (जिन्जिबेरेसी) है। अन्य भाषाओं में इसे निम्नलिखित नामों से जाना जाता है।

  • अंग्रेजी में- Turmeric (टर्मेरिक्)
  • संस्कृत में-  हरिद्रा, काञ्चनी, पीता, निशाख्या, वरवर्णिनी, रजनी, रंजनी, कृमिघ्नी, योषित्प्रिया, हट्टविलासिनी, हलदी, गौरी, अनेष्टा, हरती
  • हिंदी में- हलदी, हर्दी, हल्दी
  • उर्दू में- हलदी (Haladi)
  • असमी में-  हलादी (haladhi)
  • कोंकणी में-  हलद (Halad)
  • कन्नड़ में-  अरसिन (Arsina), अरिसिन (Arisin)
  • गुजराती में-  हलदा (Halada)
  • तमिल में-  मंजल (Manjal)
  • तेलगु में-  पसुपु (Pasupu), पाम्पी (Pampi)
  • बंगाली में-  हलुद (Halud), पितरस (Pitras)
  • पंजाबी में-  हलदी (Haldi), हलदर (Haldar)
  • मराठी में-  हलद (Halade), हलदर (Haldar)
  • मलयालम में-  मन्जल (Manjal), मन्नाल (Mannal), पच्चामन्नाल ( pacchamannal)
  • अरबी में-  उरुकेस्सुफ (Urukessuf), कुरकुम (Kurkum)
  • फारसी में-  जर्द चोब (Zard chob), दारजरदी (Darjardi)

हल्दी खाने के लाभ (Haldi khane ke fayde) (Benefits of Ginger in Hindi)

हल्दी (Turmeric Haldi in Hindi) हमारे शरीर की इम्युनिटी को बढ़ाती है जिस वजह से तमाम तरह की संक्रामक बीमारियों से बचाव होता है। हल्दी में वात कफ दोषों को कम करने वाले गुण होते हैं और यह शरीर में खून बढ़ाने में मदद करती है। डायबिटीज में हल्दी का सेवन बहुत ही उपयोगी माना जाता है। 

जुकाम में हल्दी के फायदे (Haldi benefits in Hindi for cold)

हल्दी की तासीर गर्म होने की वजह से जुकाम में इसका सेवन करना फायदेमंद रहता है। हल्दी के धुंए को रात के समय सूंघने से जुकाम जल्दी ठीक होता है। हल्दी सूंघने के कुछ देर बाद तक पानी नहीं पीना चाहिए।

सिर की फुंसियों से आराम दिलाती है हल्दी (Haldi Benefits in Hindi for Seborrheic Dermatitis)

गर्मी के मौसम में सिर में फुंसियां निकलना एक आम समस्या है। फुंसियों के कारण सिर में तेज खुजली और जलन होती है। इस समस्या से आराम पाने के लिए हल्दी और दारूहरिद्रा, भूनिम्ब, त्रिफला, नीम और चन्दन को पीसकर रोजाना सिर पर मालिश करने से लाभ मिलता है।

आंखों के दर्द से आराम दिलाती है हल्दी (Haldi helps to reduce Eye pain in Hindi)

आंखों में दर्द होने पर या किसी तरह का संक्रमण होने पर हल्दी (turmeric in Hindi) का प्रयोग करना फायदेमंद रहता है। 1 ग्राम हल्दी को 25 मिली पानी में उबालकर छान लें। छानने के बाद इसे आंखों में बार बार डालने से आंखों के दर्द से आराम मिलता है। कंजक्टीवाइटिस होने पर भी आप इसी घरेलू उपाय की मदद से आराम पा सकते हैं। हल्दी का गुण आँखों के लिए बहुत ही उपयोगी होता है।

कान बहने की समस्या से आराम (Benefits of Haldi in ear discharge in Hindi)

कान से गाढ़ा तरल निकलना एक समस्या है जिसे आम भाषा में लोग कान बहना कहते हैं। इससे आराम पाने के लिए हल्दी को पानी में उबालकर, छान लें और उसे कान में डालने से फायदा मिलता है।

पायरिया में हल्दी के फायदे (Haldi Beneficial in Pyorrhea in Hindi)

सरसों का तेल, हल्दी (Turmeric Haldi in Hindi) मिलाकर सुबह-शाम मसूड़ों पर लगाकर अच्छी प्रकार मालिश करने तथा बाद में गर्म पानी से कुल्ले करने पर मसूड़ों  के सब प्रकार के रोग दूर हो जाते हैं। हल्दी का गुण पायरिया के लिए फायदेमंद होता है।

गले की खराश से आराम (Haldi benefits for throat irritation in Hindi)

गले की खराश होने पर अजमोदा, हल्दी, यवक्षार और चित्रक इन सबके 2-5 ग्राम चूर्ण को एक चम्मच शहद के साथ सेवन करने से गले की खराश दूर होती है।

खांसी से आराम दिलाती है हल्दी (Haldi Helps in reducing cough)

हल्दी को भूनकर चूर्ण बना लें। 1-2 ग्राम हल्दी चूर्ण के शहद या घी के साथ मिलाकर खाने से खांसी में आराम मिलता है।

पेट दर्द से आराम (Haldi beneficial in Stomach pain in Hindi)

पेट दर्द होने पर भी हल्दी का सेवन करने से दर्द से जल्दी आराम मिलता है। 10 ग्राम हल्दी को 250 ml पानी में उबाल लें। पेट दर्द होने पर इसमें गुड़ मिलाकर थोड़ा-थोड़ा पियें।

बवासीर में हल्दी के फायदे (Turmeric benefits for Piles in Hindi)

खराब जीवनशैली और खराब खानपान की वजह से अधिकांश लोग कब्ज़ के मरीज हो जाते हैं। कब्ज़ के कारण ही आगे चलकर बवासीर की समस्या होने लगती है। बवासीर से आराम पाने के लिए सेहुंड के दूध में 10 ग्राम हल्दी मिलाकर मस्सों में लगाएं। । इसके अलावा सरसों के तेल में हल्दी चूर्ण को मिलाकर मस्सों पर लगाने से बवासीर में आराम मिलता है।

पीलिया से आराम दिलाती है हल्दी (Turmeric benefits for Jaundice in Hindi)

पीलिया एक ऐसी समस्या है जिसका सही इलाज ना करवाने पर आगे चलकर यह बहुत गंभीर समस्या में बदल जाती है। छोटे बच्चों में यह समस्या ज्यादा होती है। पीलिया होने पर 6 ग्राम हल्दी चूर्ण को मठ्ठे में मिलाकर दिन में दो बार सेवन करने पर 4-5 दिन में ही पीलिया से आराम मिल जाता है। इसके अलावा 5-10 ग्राम हल्दी चूर्ण में 50 ग्राम दही मिलाकर खाने से भी पीलिया में फायदा होता है।

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लौह भस्म, हरड़ और हल्दी इन तीनों को एक बराबर मात्रा में मिलाकर इसकी 375mg मात्रा में घी और शहद मिलाकर सेवन करने से पीलिया में लाभ होता है।

डायबिटीज में हल्दी के फायदे (Benefits of Turmeric in Diabetets in Hindi)

2 से 5 ग्राम हल्दी चूर्ण में आंवला रस और शहद मिलाकर सुबह और शाम को खाना, डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है। इसके अलावा हल्दी, दारुहल्दी, तगर और वायविडंग का क्वाथ बनाकर उसकी 20-40 ml की मात्रा में 5-10 ग्राम शहद मिलाकर सुबह- शाम सेवन करने से डायबिटीज में फायदा होता है।

स्तन रोगों में हल्दी के फायदे (Haldi beneficial in Breast diseases in Hindi)

स्तन से जुड़ी समस्याओं में भी हल्दी का उपयोग करना फायदेमंद रहता है।  हल्दी और लोध्र को पानी में घिसकर स्तनों पर लेप करने से स्तन से जुड़े रोगों में लाभ होता है।

प्रदर या ल्यूकोरिया में हल्दी के फायदे (Benefits of Haldi for Leucorrhea in Hindi)

हल्दी चूर्ण (Turmeric Haldi in Hindi) और गुग्गुल चूर्ण को एक बराबर मात्रा में मिलाकर इसकी 2-5 ग्राम मात्रा का सुबह-शाम सेवन करने ल्यूकोरिया में फायदा मिलता है। इसके अलावा 1-2 ग्राम हल्दी चूर्ण को 100 ml दूध में उबालकर उसमें गुड़ मिलाकर खाने से भी ल्यूकोरिया में फायदा पहुँचता है।

कुष्ठ रोग में हल्दी के फायदे (Benefits of Turmeric in Leprosy in Hindi) 

हल्दी के प्रयोग से कुष्ठ रोग के प्रभाव को भी कुछ हद तक कम किया जा सकता है। इसके लिए 1-2 ग्राम हल्दी चूर्ण में गोमूत्र मिलाकर पिएं। इसके अलावा हरिद्राचूर्ण में बराबर मात्रा में गुड़ मिलाकर गोमूत्र के साथ सेवन करने से दाद और कुष्ठ रोग में फायदा होता है।

दाद खुजली में हल्दी के फायदे (Haldi helps to reduce Itching in Hindi)

अगर आपकी त्वचा पर कहीं दाद खुजली हो गयी है तो हल्दी के इस्तेमाल से आप इन समस्याओं को जल्दी ठीक कर सकते हैं। इसके लिए खुजली वाली जगह पर हल्दी का लेप या हल्दी के साथ नीम की पत्तियों का लेप लगाएं।

चर्म रोग में हल्दी के फायदे (Turmeric benefits for skin diseases in Hindi)

खुजली, दाद के अलावा चर्म रोग में भी हल्दी का प्रयोग करने से फायदा होता है। इसके लिए 2-5 ग्राम हल्दी चूर्ण को गोमूत्र में मिलाकर दिन में दो तीन बार सेवन करें। इसके अलावा हल्दी के चूर्ण में मक्खन मिलाकर चर्म रोग वाली जगह पर लगाने से भी फायदा होता है।

सूजन से आराम दिलाती है हल्दी (Haldi helps to reduce swelling in Hindi)

शरीर के किसी हिस्से में अगर सूजन हो रही है तो हल्दी के उपयोग से आप सूजन कम कर सकते हैं। इसके लिए हल्दी, पिप्पली, पाठा, छोटी कटेरी, चित्रकमूल, सोंठ, पिप्पली, जीरा और मोथा को बराबर मात्रा में मिलाकर चूर्ण बना लें। इसे कपड़े से छान कर अलग रख लें। इस चूर्ण का 2-2 ग्राम की मात्रा गुनगुने जल के साथ मिलाकर खाने से सूजन में कमी आती है।

बालों का झड़ना करे कम हल्दी के फायदे (Haldi Beneficial in Hair Loss in Hindi)

बालों का झड़ने रोकने में हल्दी बहुत उपयोगी माना गया है। बालों के झड़ने का कारण पाचन का ख़राब होना होता  है, क्योंकि पाचन खराब होने से बालों की जड़ों तक उचित मात्रा में पोषण नहीं पहुँच पाता जिसकी वजह से बाल झड़ने लगते हैं। इसके अलावा कफ दोष की वृद्धि के कारण भी बालों का झड़ना देखा गया है। ऐसे में हल्दी में उष्ण और कफ का शमन करने का गुण होने के कारण यह आपके पाचन को स्वस्थ कर बालों के झड़ने से रोकती है।

मुहांसों से राहत दिलाने में हल्दी फायदेमंद (Benefits of Turmeric to Get Rid from Pimples in Hindi)

मुँहासों से छुटकारा पाने में भी हल्दी के फायदे देखे गए है। त्वचा में अधिक तेल की उत्पत्ति होने के कारण मुँहासे निकलने लगते हैं। ऐसे में हल्दी के रूक्ष गुण के कारण यह इस तेल को सोक कर मुँहासों को छुटकारा दिलाने में लाभ पहुंचाती है साथ ही त्वगदोषहर गुण होने के कारण त्वचा के रोगों को दूर रखने में भी उपयोगी होती है। 

घाव को ठीक करने में हल्दी के फायदे (Haldi Beneficial to Treat Wounds in Hindi)

हल्दी में रोपण एवं शोथहर गुण होने के कारण यह हर प्रकार के घाव को भरने एवं उसकी सूजन आदि को भी ठीक करने में सहयोगी होती है।

मुँह के छालों को ठीक करने में लाभकारी हल्दी (Benefits of Haldi to Get Relief from Mouth Ulcer in Hindi)

मुँह के छालों का होना पाचन क्रिया के खराब होने के कारण होता है। हल्दी में उष्ण गुण होने के कारण यह पाचकाग्नि को ठीक कर पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में मदद करती है, जिससे मुँह के छालों में आराम मिलता है साथ हि इसमें रोपण (हीलिंग) का भी गुण पाया जाता  है जो की मुँह के छालों को जल्द भरने में सहायक होती है। 

सूखी खांसी में फायदेमंद हल्दी (Benefits of Turmeric to Get Relief from Dry Cough in Hindi)

खांसी चाहे सूखी हो या बलगम वाली दोनों ही कफ दोष प्रकुपित होने के कारण होती है। हल्दी में कफ को संतुलित करने का गुण होता है जिसके कारण यह हर प्रकार की खांसी में लाभदायक होती है। 

जोड़ों के दर्द से दिलाये राहत हल्दी (Benefit of Turmeric to Get Relief from Joint Pain in Hindi)

जोड़ों में होने वाले दर्द एवं सूजन में भी हल्दी (Turmeric Haldi in Hindi) बहुत फायदेमंद हो सकती है क्योंकि इसमें उष्ण एवं शोथहर गुण होते है। इसके सेवन से ये अपनी गर्माहट के कारण दर्द से जल्दी आराम दिलाने में मदद करती है।

पेट के कीड़े से राहत दिलाने में फायदेमंद हल्दी (Benefit of Haldi to Get Rid from Worm in Hindi)

पेट के कीड़े भी पाचन तंत्र के खराब होने के कारण होती है। हल्दी पाचक एवं कृमिघ्न गुण होने के कारण यह पेट के कीड़ों से भी राहत दिलाती है। 

पेट में गैस के लिए हल्दी के फायदे (Haldi Beneficial in Acidity in Hindi)

पेट में गैस आदि परेशानियाँ भी पाचकाग्नि के मंद पड़ जाने के कारण होती है जो पाचन तंत्र को भी बिगाड़ देती है। हल्दी में उष्ण गुण होने के कारण यह पाचकाग्नि को बढ़ा कर पाचन तंत्र को स्वस्थ करने में मदद करती है, जिससे गैस की समस्या से छुटकारा मिलता है। 

खून की कमी में हल्दी के फायदे (Turmeric Beneficial in Anemia in Hindi)

खून की कमी ये एनीमिया की स्थिति में भी हल्दी के फायदे देखे गए है। एक रिसर्च के अनुसार हल्दी एंटी ऑक्सीडेंट और हिपेटो प्रोटेक्टिव होने के कारण यह एनीमिया में लाभदायक होती है साथ ही आयुर्वेद के अनुसार हल्दी में पाण्डुहर गुण होने के कारण यह पाण्डु यानि एनीमिया की स्थिति में लाभदायक होती है एवं खून बढ़ाने में मदद करती है। 

पेट के अल्सर के लिए हल्दी के फायदे (Benefit of Haldi to Get Relief from Peptic Ulcer in Hindi)

पेट में अल्सर जैसी समस्या भी कहीं न कहीं पाचन का खराब होना ही माना गया है। हल्दी में पाचक और शोथहर होने के साथ इसमें रोपण (हीलिंग) का भी  गुण होने के कारण ये पेट के अल्सर से छुटकारा दिलाती है।

खून में शुगर की मात्रा कम करती है हल्दी (Turmeric Beneficial in Diabetes in Hindi)

खून में शुगर  की मात्रा का बढ़ना यानी डायबिटीज का होना। इस अवस्था में भी हल्दी (Turmeric Haldi in Hindi) लाभदायक होती है क्योंकि डायबिटीज होने का एक कारण पाचन का खराब होना माना गया है, जिससे मेटाबॉलिज्म धीमा पड़ जाता है साथ ही इस स्थिति में कफ दोष भी बढ़ जाता है। हल्दी में पाचक गुण होने के कारण यह पाचन को स्वस्थ बनाती है और मेटाबोलिज्म ठीक करती है। साथ ही कफ शामक होने के कारण यह डायबिटीज के लक्षणों को कम करने में मदद करती है। 

हल्दी के अन्य फायदे

इसके अलावा भी हल्दी के अन्य फायदे निम्नलिखित हैं:

  • खून के रिसाव को रोकने या चोट को ठीक करने के लिए हल्दी का आमतौर पर उपयोग होता है, लेकिन हाथ-पैरों में होने वाले दर्द से राहत पाने के लिए भी हल्दी वाला दूध फायदेमंद है। इसके एंटीसेप्टिक और एंटीबायोटिक गुण होते हैं और दूध में मौजूद कैल्शियम के उपयोग में इससे खूब फायदा होता है।
  • रोजाना एक गिलास दूध में सुबह के समय आधा चम्मच हल्दी मिलाकर पिएं। इससे शरीर सुडौल रखने में मदद मिलती है। गुनगुने दूध के साथ हल्दी लेने से शरीर में जमा एक्स्ट्रा फैट धीरे-धीरे कम होने लगता है।
  • हल्दी को नैचुरल लिवर डिटॉक्सीफायर है। इसके इस्तेमाल से रक्त में मौजूद विषैले तत्व बाहर निकलते हैं और ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है। रक्त का धमनियों में प्रवाह बढ़ जाता है और हार्ट संबंधी परेशानियां नहीं होती।
  • सर्दी, जुकाम या कफ की शिकायत हो तो हल्दी वाला दूध पीना लाभकारी होता है। हल्दी मिला गर्म दूध पीने से सर्दी-जुकाम ठीक होने के साथ फेफड़ों में जमा हुआ कफ भी निकल जाता है।
  • हल्दी के सेवन से हड्डियां मजबूत होती हैं। दूध में हल्दी मिलाकर पीने से हड्डी से जुड़ी समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
  • ब्लड शुगर बढ़ने पर हल्दी वाले दूध का सेवन करना लाभकारी है। शुगर लेवल कम होता है।
  • हल्दी में मौजूद करक्यूमिन कैंसर को बढ़ने से रोकता है।
  • हल्दी पित्ताशय को उत्तेजित करती है, जिससे पाचन सुधरता है और गैस ब्लोटिंग को कम करती है।
  • हल्दी शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाती है। इसमें मौजूद लाइपोपॉलीसकराइड नाम का पदार्थ यह काम करता है।

हल्दी खाने के नुकसान (Haldi khane ke Nuksan) (Side Effects of Ginger in Hindi)

  • हल्दी (Turmeric Haldi in Hindi) के अंदर एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो आपको बीमारियों से बचाने का काम करते हैं.एक्सपर्ट के अनुसार रोजाना एक टी स्पून हल्दी का सेवन इसके लाभ उठाने के लिए पर्याप्त है लेकिन अगर आप इससे ज्यादा मात्रा में सेवन करते हैं तो इसके निम्नलिखित नुकसान हो सकते हैं:
  • अधिक मात्रा में हल्दी के सेवन से पेट से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं। साथ ही इसके कारण आपको चक्कर भी आ सकते हैं। हालांकि यह ज्यादातर मामलों में तब देखा जाता है जब कोई व्यक्ति इसका सेवन कैप्सूल या सप्लीमेंट के रूप में करता है। इसलिए एक्सपर्ट भी अक्सर हल्दी को नेचुरल फॉर्म में लेने की सलाह देते हैं।
  • हल्दी की तासीर गर्म होती है। ऐसे में अगर आप हल्दी का अधिक सेवन करते हैं तो इससे आपके पेट में जलन की समस्या पैदा हो सकती है। इसके अलावा सूजन और पेट में ऐंठन की समस्या भी पैदा हो सकती है।
  • हल्दी का अत्यधिक मात्रा में सेवन करने से किडनी में पथरी की समस्या हो सकती है। दरअसल हल्दी के अंदर ऑक्सलेट मौजूद होता है। यह ऑक्सलेट कैल्शियम को शरीर में घुलने के बजाय बांधने लगते हैं। जिससे कैल्शियम अघुलशील होने लगता है। यह किडनी में पथरी का एक अहम कारण बनता है।
  • हल्दी के अंदर बहुत से तत्व पाए जाते हैं उन्हीं में से एक है करक्यूमिन। यह करक्यूमिन पाचन संबंधित समस्याएं पैदा करता है। इसके कारण कई बार दस्त या उल्टी की समस्या भी होने लगती है। लेकिन यह समस्या केवल तभी होती है जब आप हल्दी का अधिक सेवन करते हैं।
  • हल्दी के गुण जितने स्किन और सेहत के लिए फ़ायदेमंद माने जाते हैं। यह उतने ही विपरीत हो जाते हैं जब आप इसका सेवन अधिक मात्रा में करती हैं। हल्दी के सेवन से सांस की तकलीफ़ और स्किन पर चकत्ते की समस्या हो सकती है।
  • हल्दी का अधिक मात्रा में सेवन शरीर में आयरन को एब्सॉर्ब होने से रोक सकता है। इसलिए अगर आपके शरीर में आयरन की कमी है तो आप हल्दी का सेवैन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए।

नोट: अपने इस लेख के माध्यम से हमने आपको हल्दी से होने वाले फायदे और नुकसान के बारे में बताया है। लेकिन इसका किसी भी प्रकार से औषधीय रूप में सेवन करने से पहले आप अपने नजदीकी चिकित्सक से परामर्श अवश्य कर लें।  

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