VRS Full Form (Voluntary Retirement Scheme)

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VRS Full Form

VRS Full Form in Hindi, VRS: Voluntary Retirement Scheme (स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना)

VRS का फुल फॉर्म “Voluntary Retirement Scheme” होता है जिसे हिंदी में “स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना” कहा जाता है. किसी प्रतिष्ठान या सरकारी उपक्रम में काम करने वाला व्यक्ति अपनी सेवानिवृति की उम्र से पहले ही अगर किसी कारणवश सेवानिवृत होना चाहता है तो उसके लिए VRS बनाया गया है. वह व्यक्ति VRS लेकर नौकरी  से छुटकारा पा सकता है.

इसके अतिरिक्त VRS यानि स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना, अतिरिक्त कर्मचारियों को कम करने के लिए कम्पनियों द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला सबसे मानवीय नियम है. VRS कर्मचारियों की मौजूदा ताकत में कमी लाने के लिए सबसे मानवीय तकनीक मानी जाती है. इसका उपयोग अतिरिक्त जनशक्ति को छांटने और संगठन में सुधार करने के लिए उपयोग में लाया जाता  है. कम्पनी से स्वेच्छा से रिटायर होने के लिए कर्मचारियों को मनाने के लिए यह एक सबसे सरल नियम है. इसे गोल्डन हैण्ड शैक (Golden Hand Shake) के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि, यह कर्मचारियों को सही से छांटने का एक बहुत बेहतरीन रास्ता है.

VRS के अंतर्गत (VRS Full Form) सरकारी या निजी कर्मचारियों को एकमुश्‍त रकम देकर सेवानिवृत कर दिया जाता है. इसके बाद उनकी सेवाएं नहीं ली जाती है. संस्‍थान मोटी राशि का प्रलोभन/किसी और तरह की अन्‍य सुविधाओं का लाभ देकर स्‍वैच्छिक सेवा निवृती के लिए कर्मचारियों से आवेदन आमंत्रित करती है. आवेदन को स्‍वीकार कर VRS दे दिया जाता है. पूर्व में स्‍टेट बैंक ऑफ इंडिया में और उसके बाद भारतीय रेलवे में संरक्षा कोटि के बुजूर्ग, अशक्‍त और सेवा में बने रहने के अनिच्‍छुक कर्मचारियों को VRS देने की योजना लाई गई थी. कर्मचारी संगठनों द्वारा विरोध करने के कारण योजना को वापस लिया गया था. लेकिन गुपचुप तरीके से VRS दिया जा रहा है.

कब लागू होता है VRS

भारत में औद्योगिक विवाद अधिनियम, 1947 छंटनी के अंतर्गत, प्रतिष्‍ठानों को बंद करके, और कर्मचारी स्टाफ को कम करने के मामलों में नियोजकों को प्रतिबंधित करता है और इस प्रक्रिया के तहत बहुत से नियम कानून बनाये गए हैं. इसके तहत कुछ परिस्थियों में स्वैच्छिक सेवा निवृत्ति योजना का विकल्प चुना जा सकता है, जो निम्नलिखित हैं:;

  • व्यापार में मंदी आ जाने पर यह लागू किया जाता है.
  • व्यापार में बढ़ते कम्पटीशन के कारण, जब तक स्थिति में सुधार ना आ जाये.

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  • विदेशी सहयोगियों के साथ संयुक्‍त उद्यमों के कारण.
  • कम्पनी अधिग्रहण या विलय होने पर यह प्रक्रिया की जा सकती है.
  • उत्‍पाद/प्रौद्योगिकी को पुरानी तरीके से चलाने के कारण.

VRS के नियम

VRS के लिए (VRS Full Form) कुछ नियम हैं जिनका पालन करना महत्वपूर्ण है. VRS के नियम निम्नलिखित हैं:

  • एक कर्मचारी जो 50 साल की आयु का हो गया हो या जिसने 20 साल की सेवा समाप्त कर ली है वह VRS के पात्र होंगे.
  • VRS लेने के लिए, सबसे पहले नियुक्ति प्राधिकारी को प्रत्यक्ष रूप से एक नोटिस लिखकर 3 महीने पहले भेजना अनिवार्य है.
  • फिर VRS के लिए दी गई नोटिस नियुक्ति प्राधिकारी द्वारा 3 महीने की नोटिस की एफडी प्राप्त होने के तिथि से गणना की जाएगी.
  • यह सूचना देने से पहले एक कर्मचारी को नियुक्ति प्राधिकारी को पूर्ण रूप से संतुष्ट करना रहता है कि, वे अपने क्वालिफाइंग सर्विस को पूरा कर चुके है जब नियुक्ता पूर्ण रूप से संतुष्ट हो जाएगा कि कर्मचारी ने 20 साल पूरे कर लिए है तो वे VRS दे सकते है और कर्मचारी VRS ले सकते है.

VRS यानि स्‍वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना के लाभ

VRS का सबसे अधिक लाभ (VRS Full Form) उन कर्मचारियों को होता है, जो शारीरिक रूप से या मानसिक रूप से कार्यालय का कार्य करने में अक्षम होते है. ऐसे कर्मचारियों को सरकार एक निश्चित रकम देकर स्‍वैच्छिक सेवानि‍वृत्ति दे देती है. कर्मचारियों को एक मुश्‍त रकम के अलावा अन्‍य तरह की सुविधाएं देकर भी केंद्र और राज्‍य सरकार VRS को बढ़ावा देती है.

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