Palak Spinach in Hindi (पालक: जानकारी, खाने के फायदे और नुकसान)

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Palak Spinach in Hindi

Palak Spinach in Hindi / पालक खाने के आश्चर्यजनक फायदे और नुकसान

पालक एक हरी पत्तेदार सब्जी है जो अक्सर सर्दियों में बहुतायत से मिलती है. पालक सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती है। लोग इसे सब्जी, सूप या सलाद के रूप में खाना पसंद करते हैं। विटामिन्स , कैलोरी, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फैट, फाइबर और खनिज लवण से भरपूर पालक कई हेल्थ प्रॉब्लम्स दूर करने में भी मददगार होती है। इतना ही नहीं, रोजाना इस सब्जी का सेवन खून की कमी भी दूर करता है।

पालक के प्रकार (Types of Spinach in Hindi)

पालक (Palak Spinach in Hindi) को गुणों के आधार पर मुख्य रूप से तीन प्रकार में बांटा जा सकता है। जो इस निम्नलिखित हैं।

  • सेवॉय पालक (Savoy Spinach): यह पालक की एक खास किस्म है, जिसके पत्ते सिकुड़े हुए और गाढ़े हरे रंग के होते हैं। सेवॉय पालक की एक प्रजाती ब्लूम्सडेल (Bloomsdale Spinach) नाम से जानी जाती है। पालक का यह प्रकार खाने में बहुत स्वादिष्ट होता है।
  • सेमी-सेवॉय पालक (Semi Savoy Spinach): पालक की यह प्रजाति भी काफी लोकप्रिय है। सेवॉय पालक की तुलना में इसकी पत्तियां कम सिकुड़ी हुई होती हैं। इसको घर में भी उगाया जा सकता है। इस पालक को पौष्टिक गुणों से भरपूर माना जाता है।
  • स्मूथ-लीफ पालक (Smooth-Leaf Spinach): यह पालक की तीसरी प्रजाति है. इसकी पत्तियां सेवॉय पालक और सेमी-सेवॉय पालक की तुलना में ज्यादा चौड़ी और स्मूथ होती हैं। ये पालक आसानी से साफ हो जाती है। बाजारों में सामान्यतः यह पालक बहुत आसानी से मिल जाती है.

पालक में पाए जाने वाले पौष्टिक तत्व (Spinach Nutritional Value in Hindi)

निम्नलिखित सारणी में आप पालक में मौजूद पोषक तत्वों को देख सकते हैं:

पोषक तत्व    मात्रा प्रति 100 ग्राम
पानी   91.40g
एनर्जी  23 kcal
प्रोटीन 2.86 g
कुल लिपिड (वसा)      0.39 g
कार्बोहाइड्रेट     3.63 g
फाइबर, कुल डाइटरी     2.2g
शुगर, कुल     0.42 g
कैल्शियम     99mg
आयरन2.71 mg
मैग्नीशियम    79 mg
फास्फोरस      49mg
पोटेशियम     558mg
सोडियम79mg
जिंक  0.53mg
विटामिन सी, कुल एस्कॉर्बिक एसिड28.1 mg
थायमिन0.078 mg
राइबोफ्लेविन   0.189 mg
नियासिन      0.724 mg
विटामिन बी-6  0.195 mg
फोलेट, डीएफई  194μg
विटामिन बी-12 0.00μg
विटामिन ए, आरएई     469μg
विटामिन ए, आईयू      9377IU
विटामिन ई (अल्फा-टोकोफेरॉल)   2.03mg
विटामिन के, (फिलोक्यूनोन-phylloquinone)482.9μg
फैटी एसिड, टोटल सैचुरेटेड0.063g
फैटी एसिड, टोटल मोनोअनसैचुरेटेड0.010 g
फैटी एसिड, टोटल पॉलीअनसैचुरेटेड0.165g

भारत में पालक का बड़े पैमाने पर प्रयोग किया जाता है। इसे हिंदी में पालक, अंग्रेजी में स्पिनेच (Spinach) के नाम से जाना जाता है। पालक का वैज्ञानिक नाम स्पिनासिया ओलेरेसिया (Spinacia oleracea) है। इस पोस्ट में हम आपको पालक खाने के फायदे, पालक का उपयोग और पालक के नुकसान के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं:

पालक खाने के लाभ (Palak khane ke fayde) (Benefits of Spinach in Hindi)

दिल को रखें हेल्दी

पालक (Palak Spinach in Hindi) दिल के लिए फायदेमंद होता है। आधा चम्‍मच चौलाई का रस, एक चम्‍मच पालक का रस और एक चम्‍मच नींबू का रस तीनों को मिलाकर रोज सुबह पीने से खुन साफ रहता है और दिल अच्छे से काम करता है। पालक “एनीमिया” में दवाइयों से ज्यादा फायदा पहुंचाता है।

बालों के लिए उपयोगी

पालक हेल्थ के साथ-साथ बालों के लिए भी बहत अच्छा होता है। जो लोग हेयर फॉल से परेशान हैं उन्हें पालक को अपने आहार में शामिल करना चाहिए। क्‍योकि पालक शरीर में आयरन की कमी को पूरा करके हेयर फॉल को कम करता है।

आंखो की रोशनी बढ़ाए

पालक लीवर को ज्यादा काम करने में मदद करता है और साथ ही साथ आखों की रोशनी भी तेज करता है। दिमागी काम करने वालों के लिए यह एक ताकतवर सब्जी होती है।

स्किन प्रॉबल्म करें दूर

पालक (Palak Spinach in Hindi) झाइयां और झुर्रियों को दूर करने में भी आपकी मदद करता हैं। पालक और नीबू के रस में कुछ बूंदे ग्लिसरीन की मिलाकर सोते समय त्‍वचा पर लगाने से लाभ होता है या फिर पालक का पेस्ट बनाकर चेहरे पर लगाने से चेहरे से झाइयां दूर हो जाती है। यह पेट के हाजमे को ठीक रखता है और  ऐसिड भी दूर करता है।

पायरिया से दिलाये छुटकारा

पालक में फोलिक एसिड और कैल्शियम की मात्रा काफी ज्यादा होती है। दांतो के लिए यह बहुत जरूरी होती है  । कच्चे पालक के पत्ते चबाने से पायरिया की तकलीफ से निजात मिल जाती है।

मोटापा करे कम

पालक के रस में गाजर का रस मिलाकर पीने से चर्बी कम होने लगती है या फिर पालक के रस में नींबू का रस मिलाकर पीने से मोटापा दूर होता है।मिट्टी खाने की वजह से बच्चों का पेट बढ़ जाता है ऐसे में दिन में दो बार पालक खिलाने से पेट हल्का रहता है और बच्चा चुस्त रहता है।

पालक के औषधीय गुण (Medicinal Values of Spinach in Hindi)

पालक में पर्याप्त मात्रा में औषधीय गुण पाए जाते हैं जो निम्नलिखित हैं:

वजन घटाने में सहायक

अगर आप भी बढ़े हुए वजन से परेशान हैं, तो पालक का सेवन वजन घटाने में मदद कर सकता है। ऐसा इसलिए संभव हो सकता है, क्योंकि पालक में वजन घटाने संबंधित गुण पाए जाते हैं। दरअसल, वजन घटाने के लिए सबसे जरूरी है कि आप कैलोरी की कम मात्रा का सेवन करें। पालक एक कम कैलोरी वाला खाद्य पदार्थ है, जिसे आहार में शामिल कर आप अपने बढ़ते वजन को नियंत्रित करने का काम कर सकते हैं। एक अन्य वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार यह बताया गया कि पालक का सेवन स्वस्थ वजन बनाए रखने के लिए भी किया जा सकता है।

कैंसर रोकने में लाभदायक

कैंसर के लिए भी पालक का प्रयोग फायदेमंद साबित हो सकता है। दरअसल, पालक बीटा कैरोटीन और विटामिन-सी से समृद्ध होता है और ये दोनों पोषक तत्व विकसित हो रही कैंसर कोशिकाओं से शीर को सुरक्षा प्रदान कर सकते है। इसके अतिरिक्त ये एक एंटीऑक्सीडेंट की तरह फ्री-रेडिकल्स और कार्सिनोजन (Carcinogens – एक पदार्थ जिससे कैंसर हो सकता है) को भी रोकते हैं।

आंखों के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक

आंखों की समस्या से बचे रहने के लिए भी आपको पालक (Palak Spinach in Hindi) के फायदे लाभ पहुंचा सकते हैं। दरअसल,  आंखों की दृष्टि को स्वस्थ रखने के लिए गहरे हरे रंग के पत्तेदार साग का सेवन करने की सलाह दी जाती है, जिनमें से एक पालक भी है। पालक में विटामिन-ए और विटामिन-सी पाया जाता है, जो मुख्य रूप से आंखों में होने वाले मैक्यूलर डीजेनरेशन (Macular Degeneration – नेत्र रोग) के खतरे को कम कर सकता है। इसके अलावा, पालक में ल्यूटिन (Lutein) और जियाजैंथिन (Zeaxanthin) नामक यौगिक पाए जाते हैं। ल्यूटिन और जियाजैंथिन का सेवन एंटीऑक्सिडेंट गुण की तरह कार्य करता है, जो मैक्युला (रेटिना का केंद्र बिंदु) में पिगमेंट डेनसिटी को सुधारने में अहम भूमिका निभा सकता है।

हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी

हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए कैल्शियम सबसे जरूरी पोषक तत्व है, जो हड्डियों के निमार्ण से लेकर उनके विकास में मदद करता है और उन्हें मजबूती प्रदान करता है। पालक में कैल्शियम और विटामिन के पाए जाते हैं, इसलिए हड्डियों के स्वास्थ्य को बरकरार रखने के लिए आप पालक को दैनिक आहार में शामिल कर सकते हैं।

मस्तिष्क स्वास्थ्य और तंत्रिका तंत्र (Nervous Function) के लिए

जैसा कि आपको ऊपर भी बताया गया है कि पालक में कैल्शियम की मात्रा पाई जाती और कैल्शियम नर्वस सिस्टम के कार्य को सामान्य रूप से चलने में मदद कर सकता है। मस्तिष्क स्वास्थ्य के लिए भी पालक के फायदे देखे जा सकते हैं। पालक मस्तिष्क-स्वस्थ के लिए उपयोगी विटामिन-के, ल्यूटिन, फोलेट और बीटा कैरोटीन जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होता है। पालक का सेवन याददास्त शक्ति को मजबूत करने का काम कर सकता है।

हार्ट अटैक के खतरे को कम करता है

हार्ट अटैक के खतरे से बचे रहने के लिए भी आप पालक का सेवन कर सकते हैं।  पालक नाइट्रेट पोषक तत्व से भरपूर सब्जियों में गिना जाता है, जो स्ट्रोक और हार्ट अटैक की वजह से होने वाली मौत के जोखिम को कम कर सकता है।

ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए

पालक (Palak Spinach in Hindi) खाने के फायदे ब्लड प्रेशर से होने वाले जोखिम को कम कर सकता है। पालक में नाइट्रेट की मात्रा पाई जाती है। नाइट्रेट युक्त पालक ब्लड प्रेशर को कम करने में लाभदायक परिणाम दिखा सकता है। साथ ही साथ यह स्थिति हृदय स्वास्थ्य को भी लाभ पहुंचाने के काम आ सकती है। इसके अतिरिक्त, पालक में पेप्सिन (एक एंजाइम) पाया जाता है, जो उच्च रक्तचाप को सुधारने में मदद कर सकता है।

एनीमिया (Anemia) के खतरे को कम करने में

एनीमिया (शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं की कमी) का सबसे ज्यादा खतरा गर्भावस्था के दौरान देखने को मिलता है। आयरन की कमी के कारण यह स्थिति उत्पन्न हो सकती है। एनीमिया के जोखिम को कम करने के लिए आयरन की भरपूर मात्रा की आवश्यकता होती है, जो पालक के जरिए पूरी की जा सकती है।

एंटी-इन्फ्लामेट्री (Anti-inflammatory) के रूप में

पालक आपके स्वास्थ्य को मजबूत बनाने के लिए एंटी-इन्फ्लामेट्री के रूप में भी कार्य करता है। दरअसल, एंटी-इन्फ्लामेट्री क्रिया सूजन को कम करने और क्रानिक इन्फ्लेमेशन को ठीक करने का गुण रखती है। इसलिए, पालक को एंटी-इन्फ्लामेट्री आहार के रूप में उपयोग करने की सलाह दी जाती है।

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए

रोग मुक्त रहने के लिए इम्यनिटी का मजबूत रहना बहुत जरूरी है। पालक में विटामिन-ई की मात्रा भरपूर रूप में पाई जाती है और विटामिन-ई रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का काम कर सकता है।

पाचन स्वास्थ्य (Gastrointestinal Health)

गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल पाचन तंत्र से संबंधित होता है। पाचन तंत्र गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट (Gastrointestinal Tract) लीवर, अग्न्याशय (Pancreas) और पित्ताशय (Gallbladder) से बना होता है, जो शरीर में भोजन ग्रहण करने से लेकर भोजन को पचाने में मदद करता है। यहां पालक की एक अहम भूमिका देखी जा सकती है, क्योंकि पालक फाइबर और पानी से भरपूर होता है। फाइबर मुख्य रूप से खाने को पचाने का कार्य करता है। इसके अलावा, फाइबर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट को स्वस्थ रखने के लिए पेट के कैंसर से बचाव कर सकता है और कब्ज जैसे समस्याओं पर प्रभावी रूप से काम कर सकता है।

कैल्सीफिकेशन (Calcification) के इलाज में

कैल्सीफिकेशन एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें कैल्शियम शरीर के टिश्यू में जमा होने लगता हैं, जिससे टिश्यू कठोर हो जाते हैं। यह एक सामान्य या असामान्य प्रक्रिया हो सकती है। यहां पालक की एक अहम भूमिका देखी जा सकती है। पालक आयरन से समृद्ध होता है और आयरन कैल्सीफिकेशन की प्रक्रिया को रोकने का काम कर सकता है। पालक में मौजूद ऑक्सेलिक एसिड, कैल्शियम के अवशोषित होने से रोकता है।

आयरन की कमी को पूरा करने के लिए

आमतौर पर पालक (Palak Spinach in Hindi) को आयरन की पूर्ति के लिए ही जाना जाता है और जैसा कि हमने आपको ऊपर बताया कि आयरन की कमी से एनीमिया का खतरा हो सकता है। शरीर में आयरन की पूर्ति के लिए आप पालक का सेवन कर सकते हैं।

शरीर को आराम पहुंचाता है

दिन-भर काम करने के बाद अगर आपको थकावट महसूस होती है, तो निश्चिंत रहिए क्योंकि पालक खाने के फायदे में शरीर को आराम पहुंचाना भी शामिल है। पालक में कैल्शियम की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है। एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार कैल्शियम का सेवन करने से शरीर की मांसपेशियों को आराम मिलता है।

गर्भावस्था में पालक के फायदे

गर्भावस्था में मां को एक स्वस्थ आहार की आवश्यकता होती है और स्वस्थ खान-पान की लिस्ट में पालक को भी शामिल किया जा सकता है। दरअसल, गर्भावस्था के दौरान मां को फोलेट पोषक तत्व की आवश्यकता होती है, जो बच्चे में न्यूरल ट्यूब दोष (बच्चे में होने वाला जन्मदोष) के खतरे को कम कर सकता है। फोलेट की पर्याप्त मात्रा की पूर्ति के लिए पालक का सेवन किया जा सकता है।

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इसके अतिरिक्त, गर्भावस्था में मां को एनीमिया से बचने के लिए आयरन, ब्रेस्टफीडिंग और शिशु के लिए कैल्शियम, और कब्ज से राहत पाने के लिए फाइबर जैसे पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। ये पोषक तत्व पालक में पाए जाते हैं और पालक के सेवन के जरिए इन पोषक तत्वों की जरुरत को पूरा किया जा सकता है।

मांशपेशियों को स्वस्थ बनाने के लिए

पालक शरीर की मांसपेशियों को मजबूत बनाने के लिए भी फायदेमंद साबित हो सकते हैं क्योंकि पालक में आयरन की मात्रा पाई जाती। विशेषज्ञों के द्वारा किए गए एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार यह बताया गया कि पालक में मौजूद आयरन मांसपेशियों को स्वस्थ बनाए रखने में मदद कर सकता है।

पालक खाने का सही तरीका

पालक के पौधे

पालक को आप निम्लिखित रूप में खा सकते हैं:

  • पालक को आप सब्जी के रूप में खा सकते हैं।
  • हरी सलाद में पालक का प्रयोग किया जा सकता है।
  • पालक को आप जूस बनाकर पी सकते हैं।
  • पालक को आप दाल के साथ पका कर खा सकते हैं।
  • पालक का इस्तेमाल पराठे में किया जा सकता है।
  • पालक को आप पनीर के साथ सब्जी बनाकर खा सकते हैं।

पालक खाने का सही समय

  • पालक के जूस के फायदे देखते हुए इसके जूस का सेवन सुबह किया जा सकता है।
  • आप रात में सब्जी के रूप में पालक को खा सकते हैं।
  • हरी सलाद के रूप में पालक का सेवन किया जा सकता है।

पालक का चयन कैसे करें?

पालक का चयन करते समय इन बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है:

  • पालक का चयन करते समय यह ध्यान दें कि पालक का रंग प्राकृतिक रूप से हरा होना चाहिए।
  • अगर इसमें किसी प्रकार की दुर्गंध आ रही है, तो इसे न खरीदें।
  • पालक का चयन करते समय यह देख लें कि इसमें धूल-मिट्टी न लगी हो।
  • हमेशा ताजी पत्तियों वाले पालक का ही चयन करें।

पालक खाने के नुकसान (Palak khane ke Nuksan) (Side Effects of Spinach in Hindi)

पालक (Palak Spinach in Hindi) खाने के अनगिनत फायदे हैं लेकिन ज्यादा मात्रा में पालक खाने के कुछ नुकसान भी हैं:

  • पालक में कैल्शियम की मात्रा पर्याप्त होती है और कैल्शियम का अधिक मात्रा में सेवन हृदय रोग का कारण बन सकता है.
  • पालक में फाइबर की काफी मात्रा होती है, जिसके अधिक सेवन से आपको पेट फूलने, सूजन और पेट में ऐंठन की समस्या हो सकती है.
  • पालक में मौजूद बीटा-कैरोटीन (फलों और सब्जियों में पाया जाने वाला विटामिन-ए का एक रूप) से धूम्रपान करने वाले लोगों में कैंसर होने का खतरा बढ़ सकता है।
  • पालक में पोटैशियम की भरपूर मात्रा पाई जाती है और पोटेशियम की अधिक मात्रा उल्टी, डायरिया का कारण बन सकती है।
  • जिन लोगों को किडनी संबंधित रोग होता है उन्हें पालक का सेवन करने से परहेज करने की सलाह दी जाती है। विशेषकर किडनी स्टोन से पीड़ित लोगों को ऑक्सलेट और पोटेशियम से भरपूर पालक से दूरी बनाकर रखने के लिए कहा जाता है।
  • पालक में बीटा-कैरोटीन ( विटामिन-ए का एक रूप) की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है, जो स्मोकिंग करने वाले लोगों में कैंसर होने के जोखिम को बढ़ा सकता है इसलिए धूम्रपान करने वाले लोगों को पालक के सेवन से बचना चाहिए।
  • गर्भवती महिलाओं को पालक का सेवन करने से बचना चाहिए, क्योंकि इसमें विटामिन-ए पाया जाता है जिसकी अधिक मात्रा से शिशु में बर्थ डिफॉर्मिटी (birth deformities – जन्म दोष) का खतरा उत्पन्न कर सकता है.

नोट: अपने इस लेख के माध्यम से हमने आपको पालक से होने वाले फायदे और नुकसान के बारे में बताया है लेकिन इसका किसी भी प्रकार से औषधीय रूप में सेवन करने से पहले आप अपने नजदीकी चिकित्सक से परामर्श अवश्य कर लें।

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