Baingan Brinjal in Hindi (बैंगन: जानकारी, खाने के फायदे और नुकसान)

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Baingan Brinjal in Hindi

Baingan Brinjal in Hindi / बैंगन खाने के आश्चर्यजनक फायदे और नुकसान

स्वास्थ्य के लिहाज से बैंगन (Brinjal in English) एक बेहद फायदेमंद सब्जी है हालाँकि कई लोगों को इस बारे में भ्रम होता है कि बैंगन में कोई भी स्वास्थ्यवर्धक तत्व नहीं होता है और इसी वजह से वे इसे बे-गुण भी कहते हैं. बैंगन एकझाड़िय पौधा है जिसमे लम्बे तथा गोल (अलग-अलग किस्मों के अनुसार) फल आते हैं जिससे बैंगन की सब्जी बनती है.

बैंगन के प्रकार Types of Brinjal (Eggplant) in Hindi

बैंगन की विभिन्न प्रजातियाँ

बैंगन (Baingan Brinjal in Hindi) की बहुत सारी प्रजातियाँ है जिसमे अगल-अलग प्रकार के बैगन पैदा होते हैं. यहाँ पर हम बैगन के कुछ प्रमुख प्रकारों की बात कर रहे हैं::

जापानी बैंगन- जैसा कि नाम से ही इंगित होता है बैंगन का यह प्रकार मुख्य रूप से जापान में पैदा होता है। यह आकार में लंबा और पतला होता है। इसका रंग लगभग काला होता है और यह ऊपर से दिखने में चमकदार होता है। पकाए जाने के बाद यह मुंह में घुल जाता है और खाने में यह कुछ मलाई के समान महसूस होता है।

चाइनीज बैंगन

चाइनीज बैंगन-  बैंगन (Baingan Brinjal in Hindi) का यह प्रकार जापानी बैंगन के समान ही दिखता है, लेकिन यह जापानी बैंगन के मुकाबले ज्यादा लंबा, हल्का और कम मीठा होता है। इसमें बीज काफी कम होते हैं और रसदार गूदा होता है। बैंगन के इस प्रकार को खासतौर पर भूनकर खाने के लिए इस्तेमाल में लाया जाता है। यह मुख्य रूप से चीन की प्रजाति है लेकिन इसे भारत में भी व्यापक तौर पे उगाया जाता है.

ग्राफिटी बैंगन– बैंगन के इस प्रकार का नाम इसके रंग-रूप के कारण ही पड़ा है। दरअसल, इसकी बाहरी सतह पर धारीदार और बिखरे हुए निशान पाए जाते हैं। इसका छिलका पतला और बीज छोटे होते हैं। सामान्य रूप से यह हर आकर में पाया जाता है। इसकी खासियत यह है कि इसे हर प्रकार से पका कर खाया जा सकता है। इसी कारण बैंगन का यह प्रकार दुनियाभर में मशहूर है। इसे कई उपनामों से पुकारा जाता है जैसे:- पर्पल रेन (Purple Rain), पेंडोरा स्ट्राइप्ड रोज (Pandora Striped Rose), शूटिंग स्टार्स (Shooting Stars), फेयरीटेल (Fairytale) और लिस्टडा डी गांडिया (Listada De Gandia) आदि.

बियांका बैंगन– यह बैंगन की इटालियन किस्म है। यह बड़ा और गोल आकार का होता है। इसका रंग सफेद होता है। इसका गूदा मलाईदार और स्वाद मीठा होता है। इस कारण यह भरवां और रसदार दोनों प्रकार से बनाकर खाया जा सकता है।

टैंगो बैंगन– बैंगन (Baingan Brinjal in Hindi) का यह प्रकार रंग में सफेद और आकार में अंडे के समान होता है। इसकी बाहरी त्वचा मोटी और गूदा अधिक व मलाईदार होता है। इसकी खासियत यह है कि कटाई के बाद इसका रंग सफेद से पीला होने लगता है। वहीं, समय बीतने के साथ-साथ इसका गूदा सख्त होता जाता है।

सैंटाना बैंगन- यह बैंगन की इटालियन किस्म का एक खास प्रकार है। यह साइज में बड़ा होता है, लेकिन दिखने में पानी की एक बूंद जैसा होता है। यह गहरे बैंगनी रंग का होता है। बैंगन के इस प्रकार को मुख्य रूप से भून कर पकाने के लिए इस्तेमाल में लाया जाता है।

थाई बैंगन– बैंगन (Baingan Brinjal in Hindi) का यह प्रकार आकार में गोल्फ बॉल के समान दिखाई देता है। इसका रंग हल्का हरा होता है। इसकी बाहरी त्वचा पर सफेद और पीली धारियां पाई जाती हैं। स्वाद में यह कड़वा होता है। वहीं, पकाने से पहले इसके बीज निकालने की जरूरत पड़ती है।

बैंगन के पौष्टिक तत्व (Brinjal Nutritional Value in Hindi)

नीचे दी गयी सारणी में बैंगन के पोषक तत्वों के बारे में पूरी जानकारी दी गयी है:

पोषक तत्व           मात्राप्रति 100 ग्राम
पानी   9.30 g
एनर्जी  25 Kcal
प्रोटीन 0.98 g
टोटल लिपिड (फैट)     0.18 g
कार्बोहाइड्रेट     5.88 g
फाइबर (टोटल डाइटरी)  3.0 g
शुगर  3.53 g
कैल्शियम     9 mg
आयरन0.23 mg
मैग्नीशियम    14 mg
फास्फोरस      24 mg
पोटैशियम     229 mg
सोडियम2 mg     
जिंक  0.16 mg              
विटामिन सी   2.2 mg
थायमिन0.039 mg            
राइबोफ्लेविन   0.037 mg            
नियासिन      0.649 mg            
विटामिन बी-6  0.084 mg            
फोलेट (डीएफई) 22 µg    
विटामिन ए (आरएई)   1 µg      
विटामिन ए (आईयू)    23 IU    
विटामिन ई    0.30 mg              
विटामिन के    3.5 µg  
फैटी एसिड (सैचुरेटेड)   0.034 g
फैटी एसिड (मोनोअनसैचुरेटेड)    0.016 g
फैटी एसिड (पॉलीसैचुरेटेड)0.076 g

बैंगन के औषधीय गुण (Medicinal Values of Brinjal in Hindi)

बैंगन (Brinjal in Hindi) में विटामिन, फेनोलिक्स (कार्बोलिक एसिड) और एंटीऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। इन खास तत्वों की मौजूदगी के कारण बैंगन स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याओं को दूर करने के लिए एक औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।

डायबिटीज में लाभकारी

डायबिटीज की समस्या में बैंगन (Baingan Brinjal in Hindi) का उपयोग लाभकारी माना जाता है। इसका कारण यह है कि इसमें पाए जाने वाले फेनोलिक्स (कार्बोलिक एसिड) टाइप-2 डायबिटीज की समस्या के जोखिम को कम करते हैं। वहीं, दूसरी ओर फेनोलिक एंटीऑक्सीडेंट गुण ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस को कम कर हाइपरग्लाइसीमिया (हाई ब्लड शुगर) के प्रभाव को कम करने में सहायक माने जाते हैं। बैंगन खाने से ब्लड शुगर नियंत्रित रहता है।

हृदय के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी

विशेषज्ञों के मुताबिक, बैंगन में विटामिन-ए, विटामिन-सी के साथ बी-कैरोटीन और पॉलीफेनोलिक कंपाउंड पाए जाते हैं। इन तत्वों की मौजूदगी के कारण बैंगन में शक्तिशाली कार्डियो प्रोटेक्टिव प्रभाव पाया जाता है। इसलिए, इसे हृदय के स्वास्थ्य के लिए एक उत्तम सब्जी माना जाता है।

याददाश्त बढ़ाने में सहायक

बैंगन (Baingan Brinjal in Hindi) में आयरन, जिंक, फोलेट और विटामिन ए, बी व सी प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं जिनको मानसिक स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है. इस कारण बैंगन याददाश्त बढ़ाने में भी सहायक साबित हो सकता है। ऐसा कहा जा सकता हैं कि बैंगन का सेवन इंसान में खुशी की भावना को जगाने का काम करता है। साथ ही यह दिमाग की कार्य क्षमता तो बढ़ाने में भी मददगार माना जाता है। इंसान की याददाश्त दिमागी कार्य क्षमता पर निर्भर करती है, इस कारण बैंगन के गुण याददाश्त बढ़ाने में भी सहायक माने जाते हैं।

धूम्रपान छोड़ने में करता है मदद

बैंगन के गुण में एक यह भी है कि अगर आप धूम्रपान छोड़ना चाहते हैं, तो यह आपकी सहायता कर सकता है। हालांकि, इस संबंध में शोध इतने कम हुए हैं कि पुख्ता तौर पर कहना मुश्किल है कि यह कितना कारगर साबित हो सकता है। दरअसल 100 ग्राम बैंगम में करीब 0.01 मिलीग्राम निकोटीन मौजूद होता है। हालांकि, सिगरेट पीने वालों के लिए निकोटिन की यह मात्रा काफी कम है, लेकिन अगर आप सिगरेट छोड़ने का मन बना चुके हैं, तो यह आपको इस काम में थोड़ी मदद तो कर ही सकता है।

पाचन में करता है सुधार

पाचन तंत्र को सुधारने में बैंगन खाने के फायदे (Brinjal Khane ke fayde) काफी मददगार साबित हो सकते हैं। इस संबंध में कई खाद्य पदार्थों पर किए गए एक शोध में पाया गया कि स्टीम कुकिंग से बना बैंगन पाचक रसों को प्रेरित करने का काम करता है। पाचक रस भोजन को पचाने में अहम भूमिका निभाते हैं। इसलिए, ऐसा कहा जा सकता है कि बैंगन का उपयोग पाचन प्रक्रिया को सुधारने में सहायक साबित हो सकता है।

वजन घटाने में मददगार

अगर आप मोटापे की समस्या से परेशान हैं और वजन घटाने की कोशिश कर रहे हैं, तो बैंगन आपके बड़े काम आने वाला है। वजह यह है कि 100 ग्राम बैंगन में 92 ग्राम पानी पाया जाता है। वहीं, फैट की मात्रा काफी कम होती है।

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बैंगन (Brinjal in Hindi) में उच्च मात्रा में फाइबर होता है। साथ ही इसमें बेहद कम कैलोरी होती है। इस कारण यह पेट भरने के साथ-साथ मोटापे की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए कम फैट वाला एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है। वहीं, दूसरी ओर बैंगन पर किए गए शोध में सीधे तौर पर पाया गया है कि इसका सेवन कोलेस्ट्रोल को नियंत्रित करने के साथ-साथ वजन घटाने में मददगार साबित हो सकता है। इस कारण यह कहा जा सकता है कि बैंगन के गुण वजन घटाने में भी मददगार साबित हो सकते हैं।

कैंसर से करता है बचाव

कैंसर की समस्या में भी बैंगन खाने के फायदे देखे जा सकते हैं। वजह यह है कि इसमें एक खास तत्व एंथोसायनिन पाया जाता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, एंथोसायनिन कैंसर कोशिकाओं के प्रभाव को कम करने का काम कर सकता है। इसलिए, ऐसा कहा जा सकता है कि बैंगन का उपयोग कैंसर की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए काफी हद तक फायदेमंद साबित हो सकता है।

प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक

बैंगन कई गंभीर समस्याओं के उपचार के साथ-साथ शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में भी सहायक माना जाता है। दरअसल, प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए विटामिन (ए, सी, डी, ई, बी-2, बी-6, बी-12), फोलिक एसिड आयरन, सेलेनियम और जिंक अहम भूमिका निभाते हैं। वहीं, बैंगन में विटामिन ए, सी, ई, बी-2, बी-6 के साथ-साथ आयरन और जिंक मौजूद होते हैं, जो प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का काम करते हैं। इस कारण बैंगन का उपयोग शरीर को रोगों से लड़ने की क्षमता प्रदान करने में सहायक माना जा सकता है।

एनीमिया से करता है बचाव

एनीमिया की समस्या मुख्य रूप से आयरन और फोलेट के साथ-साथ विटामिन बी-12 की कमी के कारण भी हो सकती है। वहीं, बैंगन में फोलेट और आयरन दोनों पाए जाते हैं। इस कारण ऐसा माना जा सकता है कि बैंगन के औषधीय गुण एनीमिया के जोखिमों को कम करने में भी सहायक साबित हो सकते हैं।

कोलेस्ट्रोल को नियंत्रित करता है

बैंगन का उपयोग वजन घटाने के साथ-साथ कोलेस्ट्रोल को घटाने में भी फायदेमंद हो सकता है। इस संबंध में किए गए एक शोध में पाया गया है कि बैंगन का जूस कोलेस्ट्रोल के स्तर को कम करने का काम कर सकता है। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि बैंगन कोलेस्ट्रोल की मात्रा को नियंत्रित करने में मददगार साबित हो सकता है।

तुरंत ऊर्जा प्रदान करता है

बैंगन (Baingan Brinjal in Hindi) के औषधीय गुण में तुरंत ऊर्जा प्रदान करना भी शामिल है। दरअसल, यह कम वसा वाला ऊर्जा का स्रोत है। इस कारण इसके सेवन से ऊर्जा हासिल की जा सकती है और वसा न होने के कारण यह हमारी सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद साबित होता है।

हड्डियों को करता है मजबूत

माना जाता है कि बढ़ती उम्र के साथ लोगों की हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। इस समस्या के हल के लिए फल और सब्जियों को लेकर एक शोध किया गया। इस शोध में पाया गया कि बैंगन में कैल्शियम और पोटेशियम अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं, जिस वजह से यह सीधे तौर पर ‘बोन मिनरल डेंसिटी’ (हड्डियों की मजबूती) को बढ़ाने में सहायक माना जाता है। इसलिए, बैंगन का उपयोग हड्डियों को मजबूती प्रदान करने में भी लाभकारी माना जा सकता है।

अनिद्रा की समस्या को करे दूर

विशेषज्ञों के मुताबिक, बैंगन में ऐसेटाइलकोलिन और डोपामाइन नाम के डाइटरी न्यूरोट्रांसमीटर (रसायन जो मानसिक संदेशों के संचार में सहायक होते हैं) पाए जाते हैं। यह दिमागी विकास के साथ चिंता और अनिद्रा की समस्या को हल करने में सहायक माने जाते हैं। इस कारण यह कहना गलत नहीं होगा कि बैंगन के औषधीय गुण अनिद्रा की समस्या में राहत दिलाने का काम कर सकते हैं।

बैंगन खाने के लाभ (Baingan khane ke fayde) (Benefits of Brinjal in Hindi)

पोषक तत्वों का खजाना

बैंगन में बहुत से ऐसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो दूसरी किसी सब्जी में नहीं मिलते हैं. बैंगन को लेकर सबसे बड़ा फायदा ये हैं कि ये काफी आसानी से मिल जाने वाली सब्जी है.

कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित करने में

बैंगन खाने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम बना रहता है. बैंगन में पोटेशियम व मैंगनीशियम की अधिकता होती है जिसकी वजह से कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने नहीं पाता है.

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में

बैंगन में विटामिन सी पाया जाता है. जो संक्रमण से दूर रखने में तो कारगर है ही साथ ही ये रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी काफी फायदेमंद है.

दांत दर्द में फायदेमंद

बैंगन के रस का इस्तेमाल दांत दर्द में दर्द निरोधक की तरह काम करता है. इसके रस से दांतों के दर्द में आराम मिलता है. साथ ही इसकी जड़ का इस्तेमाल अस्थमा की रोकथाम में भी किया जाता है.

वजन कम करने में

बैंगन (Baingan Brinjal in Hindi) कैलोरी जलाने का काम करता है. साथ ही ये फाइबर से युक्त होता है. बैंगन से बनी कुछ भी चीज खाने से भारीपन महसूस होता है. जिसकी वजह से शख्स कम खाना खाता है. ऐसे में वजन कम करने वालों के लिए ये एक अच्छा आहार है.

त्वचा के लिए बैंगन के फायदे (Benefits of Brinjal for Skin in Hindi)

त्वचा को बेदाग और चमकदार बनाता है

बैंगन में विटामिन-सी, विटामिन-ई और विटामिन-ए के साथ-साथ फैटी एसिड भी पाए जाते हैं, जिन्हें त्वचा संबंधी संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए लाभकारी माना जाता है। इन तत्वों की मौजूदगी त्वचा से दाग धब्बों, झाइयों और मुंहासे जैसी समस्या को दूर करने के साथ स्किन को अल्ट्रा वायलेट किरणों से भी बचाती है। इस कारण ऐसा कहा जा सकता है कि बैंगन का उपयोग त्वचा को बेदाग और चमकदार बनाने में सहायक साबित हो सकता है। इसके बेहतर फायदे पाने के लिए आप इसके सेवन के साथ इसका फेसपैक बनाकर भी इस्तेमाल कर सकती हैं।

त्वचा को मुलायम और कोमल बनाता है

पानी की कमी के कारण त्वचा रूखी और बेजान हो जाती है। इस कारण उसकी प्राकृतिक कोमलता खो जाती है। वहीं बैंगन में 92 प्रतिशत तक पानी मौजूद होता है। इस कारण यह त्वचा की नमी को संतुलित कर उसे कोमल और मुलायम बनाए रखने में मदद कर सकता है।

त्वचा को मुलायम और बेदाग बनाने के लिए आप बैंगन का इस्तेमाल निम्नलिखित तरीके से कर सकते हैं।

  • आधा कप कटा हुआ बैंगन लें और बैंगन के टुकड़ों को अच्छे से मैश कर लें।
  • एक चम्मच एलोवेरा जेल और एक चम्मच प्राकृतिक शहद डालकर अच्छे से मिलाएं।
  • अब इस पेस्ट को चेहरे पर लगाकर 15 मिनट के लिए छोड़ दें।
  • समय पूरा होने पर गुनगुने पानी से चेहरा धो लें।

बढ़ती उम्र के लक्षणों को रोकता है बैंगन

बैंगन (Baingan Brinjal in Hindi) में विटामिन सी, विटामिन ई और विटामिन ए के साथ फैटी एसिड भी पाए जाते हैं। ये सभी तत्व मिश्रित रूप से एंटी-एजिंग प्रभाव के साथ त्वचा को स्वस्थ और कोमल बनाए रखने में मददगार साबित होते हैं। साथ ही इन तत्वों की मौजूदगी त्वचा से दाग-धब्बों और झाइयों जैसी समस्या को दूर करने के साथ अल्ट्रा वायलेट किरणों से भी बचाती है। इस कारण ऐसा माना जा सकता है कि बैंगन का उपयोग बढ़ती उम्र के प्रभाव को दूर करने में सहायक साबित होता है।

  • इसके लिए एक बैंगन का जूस निकालकर उसमे विच हेजल की कुछ बूंदें एक साथ मिलाएं और एक साफ बोतल में रख लें।
  • फिर इसे ताजा रखने के लिए रेफ्रिजरेटर में स्टोर कर लें।
  • मेकअप से पहले इस मिश्रण को टोनर की तरह इस्तेमाल करें।

बालों के लिए बैंगन के फायदे (Benefits of Brinjal for Hairs in Hindi)

लंबे और मजबूत बालों के लिए

लंबे और मजबूत बालों के लिए बैंगन का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसका सेवन करने से बालों के स्वास्थ्य को फायदा होता ही है। वहीं, इसका हेयर मास्क बनाकर उपयोग करना भी काफी लाभकारी सिद्ध हो सकता है। दरअसल, बैंगन में विटामिन ए, ई, फोलेट और नियासिन के साथ आयरन और जिंक मौजूद होता है। ये सभी तत्व झड़ते बालों की समस्या को खत्म करने में सहायक माने जाते हैं। साथ ही बालों के विकास में भी मददगार साबित होते हैं।

बैंगन का पौधा

स्कैल्प के स्वास्थ्य के लिए बैंगन

विटामिन ए और ई के साथ जिंक में एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव पाए जाते हैं, जो बालों के झड़ने की समस्या को रोकने के साथ स्कैल्प के स्वास्थ्य को भी बरकरार रखने की क्षमता रखते हैं। विटामिन ए और ई के साथ जिंक भी बैंगन में मौजूद होता है, इस कारण यह माना जा सकता है कि इसका उपयोग स्कैल्प स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।

  • इसके लिए एक कप कटा हुआ बैंगन, एक कटा हुआ खीरा, आधा एवाकाडो, 1/3 कप खट्टी क्रीम लें
  • पहले बैंगन और खीरे के टुकड़ों को ब्लेंडर में डालें।
  • अब इसमें एवाकाडो और खट्टी क्रीम डालें।
  • इसके बाद सभी को ब्लेंडर की मदद से अच्छे से मिक्स कर लें।
  • अब तैयार पेस्ट को अपने बालों पर लगाकर 30 से 40 मिनट के लिए छोड़ दें।
  • समय पूरा होने पर शैम्पू से बाल धो डालें।

बालों के टेक्सचर को ठीक करता है

विशेषज्ञों के मुताबिक, जिंक की कमी से बालों के टेक्सचर में खराबी आ जाती है। बैंगन में जिंक पर्याप्त मात्रा में होता है। इसलिए, यह बालों के टेक्सचर को ठीक करने के लिए एक बेहतर विकल्प माना जा सकता है।

बालों के टेक्सचर को ठीक करने के लिए आप बैंगन के जूस को उन्हें धोने के लिए इस्तेमाल में ला सकते हैं। इससे आपके बालों में काफी सुधार नजर आएगा। आप बैंगन का जूस इस तरह से बना सकते हैं :

  • बैंगन के टुकड़े करके मिक्सर में डाल दें।
  • फिर उसमें एक गिलास पानी डालें और अच्छी तरह से ग्राइंड कर लें।
  • तैयार हुए जूस को बालों को धोने के लिए इस्तेमाल में लाएं।

बैंगन का उपयोग (How to use Brinjal in Hindi)

  • बैंगन (Baingan Brinjal in Hindi) से रसेदार या सूखी सब्जी बनाकर इस्तेमाल में ला सकते हैं।
  • इसे ग्रील करके भी खाने के लिए इस्तेमाल में लाया जा सकता है।
  • बैंगन का भरता एक बहुत ही प्रसिद्द रेसिपी है आप चाहें तो इसका भरता बनाकर भी इसे उपयोग कर सकते हैं।

बैंगन कब खाना चाहिए?

बैंगन की सूखी सब्जी दोपहर में लंच के तौर पर पराठे या रोटी के साथ बहुत पसंद की जाती है। वहीं, रात को खाने के वक्त इसकी रसेदार सब्जी का प्रयोग रोटी या चावल के साथ किया जा सकता है। प्रति व्यक्ति एक दिन में आधा कप बैंगन का इस्तेमाल करना चाहिए।

बैंगन खाने के नुकसान (Baingan khane ke Nuksan) (Side Effects of Eggplant in Hindi)

हमने ऊपर देखा है कि बैंगन खाने के कितने लाभ हैं आइये अब देखते हैं कि बैंगन खाने के क्या नुकसान हो सकते हैं:

  • कुछ लोगों में बैंगन के सेवन से एलर्जी की समस्या हो सकती है। ऐसा होने पर डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें और इसका सेवन तुरंत बंद कर दें.
  • बैंगन पाचन क्रिया में सुधार के लिए जाना जाता है, लेकिन अत्यधिक मात्रा में इसका सेवन पेट में जलन की समस्या पैदा कर सकता है। यह पाचक रस की मात्रा को बढ़ाने का काम करता है, जिस कारण पेट में जलन होती है।
  • लो बल्ड प्रेशर की समस्या में इसका नियमित उपयोग करने से पहले चिकित्सक से सलाह जरूर लें। वजह यह है कि बैंगन ब्लड प्रेशर को कम करने का काम करता है।
  • यह ब्लड शुगर को कम करने में सहायक मान जाता है, इसलिए लो बल्ड शुगर के रोगी को इसके नियमित से सेवन से बचना चाहिए।

नोट: अपने इस लेख के माध्यम से हमने आपको बैंगन (Baingan Brinjal in Hindi) से होने वाले फायदे और नुकसान के बारे में बताया है लेकिन इसका किसी भी प्रकार से औषधीय रूप में सेवन करने से पहले आप अपने नजदीकी चिकित्सक से परामर्श अवश्य कर लें।

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