Usha ke sang Kavita (ऊषा के सँग पहिन अरुणिमा कविता)- माखनलाल चतुर्वेदी
Usha ke sang Kavita, ऊषा के सँग पहिन अरुणिमा, माखनलाल चतुर्वेदी (Makhanlal Chaturvedi) द्वारा लिखित कविता है. ऊषा के सँग, पहिन अरुणिमा मेरी सुरत बावली बोली- उतर न सके प्राण सपनों से, मुझे एक सपने में ले ले। मेरा कौन कसाला झेले? तेर एक-एक सपने पर सौ-सौ जग न्यौछावर राजा। छोड़ा तेरा जगत-बखेड़ा चल उठ, … Read more