Dwarf Planets Steroids Hindi (बौने ग्रह क्षुद्र ग्रह और अन्य)

Dwarf Planets Steroids Hindi / बौने ग्रह (Dwarf Planets) क्षुद्र ग्रह (Asteroids) और अन्य)

बौने ग्रह (Dwarf Planets)

प्लूटो (Pluto)

Pluto

प्लूटो (Pluto) एक बौना गृह है इसकी खोज 1930 ईस्वी में क्लाड टामवो ने की थी.

24 अगस्त 2006 को अंतर्राष्ट्रीय खगोलविज्ञानी संघ (IAU) की प्राग बैठक में खगोलविज्ञानियों ने प्लूटो का ग्रह होने का दर्जा खत्म कर दिया क्योंकि इसकी कक्षा वृत्ताकार नहीं है और यह वरुण ग्रह की कक्षा से होकर गुजरती है. अब इसको बौनों ग्रहों की श्रेणी में रखा गया है Dwarf Planets Steroids Hindi

प्लूटो को गृह की श्रेणी से निकाले जाने का कारण:

  • आकर में चन्द्रमा से भी छोटा होना
  • इसकी कक्षा का वृत्ताकार नहीं होना
  • वरुण (Neptune) की कक्षा को काटना

IAU ने इसका नया नाम 134340 रखा है

सेरस (Ceres)

Ceres

इसकी खोज इटली के खगोलशास्त्री पियाजी ने किया था

IAU की नई परिभाषा के अनुसार इसे बौने ग्रह की श्रेणी में रखा गया है जहाँ इसे संख्या 1 (No. 1) से जाना जाएगा.

इसका व्यास बुध के व्यास का पाँचवा भाग है

अन्य बौने ग्रह हैं: चेरोन और 2003UB313 (इरिस)

लघु सौरमंडलीय ग्रह

क्षुद्र गृह (Asteroids)

Asteroids

मंगल और वृहस्पति ग्रह की कक्षाओं के बीच कुछ छोटे-छोटे आकाशीय पिंड हैं जो सूर्य की परिक्रमा कर रहे हैं. इनको क्षुद्र ग्रह कहते हैं. खगोलशास्त्रियो के अनुसार ग्रहों के विस्फोट के फलस्वरूप टूटे टुकड़ों से ये क्षुद्र ग्रह बने हैं

इसे भी पढ़ें: हमारा सौरमंडल और उसके समस्त ग्रह

क्षुद्र ग्रह जब पृथ्वी से टकराता है तो पृथ्वी के पृष्ठ पर विशाल गर्त बनता है. महाराष्ट्र में लोनार झील ऐसा ही एक गर्त है

फोर वेस्टा एकमात्र क्षुद्र ग्रह है जिसे नंगी आँखों से देखा जा सकता है Dwarf Planets Steroids Hindi

धूमकेतु (Comet)

Comet
  • सौरमंडल के छोर पर बहुत ही छोटे-छोटे अरबों पिंड विद्यमान हैं जो धूमकेतु (Comet) या पुच्छल तारे कहलाते हैं
  • ये गैस एवं धुल का संग्रह है जो आकाश में लम्बी चमकदार पूंछ सहित प्रकाश के चमकीले गोले के रूप में दिखाई देते हैं
  • धूमकेतु (Comet) केवल तभी दिखाई पड़ता है जब वह सूर्य की ओर अग्रसर होता है क्योंकि सूर्य की किरणें इसके गैस को चमकीला बना देती हैं
  • धूमकेतु (Comet) की पूंछ हमेशा सूर्य से दूर होता दिखाई देता है
  • हेले नामक धूमकेतु (Comet) का परिक्रमण काल 76 वर्ष है, यह अंतिम बार 1986 में दिखाई दिया था. आगी बार यह 2062 में दिखाई देगा
  • धूमकेतु (Comet) हमेशा के लिए टिकाऊ नहीं होते फिर भी प्रत्येक धूमकेतु के लौटने का समय निश्चित होता है

उल्का (Meteors)

Meteors

उल्का (Meteors) प्रकाश की चमकीली धारी के रूप में दिखती है जो आकाश में क्षणभर के लिए दिखती है और लुप्त हो जाती है

उल्कायें (Meteors) क्षुद्र ग्रहों के टुकड़े तथा धूमकेतुओं द्वारा पीछे छोड़े गए धुल के कण होते हैं

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