Thukra do ya pyar karo Kavita (ठुकरा दो या प्यार करो कविता)- सुभद्रा कुमारी चौहान
Thukra do ya pyar karo Kavita, ठुकरा दो या प्यार करो सुभद्रा कुमारी चौहान (subhadra kumari chauhan) द्वारा लिखित कविता है. देव! तुम्हारे कई उपासक कई ढंग से आते हैं सेवा में बहुमूल्य भेंट वे कई रंग की लाते हैं धूमधाम से साज-बाज से वे मंदिर में आते हैं मुक्तामणि बहुमुल्य वस्तुऐं लाकर तुम्हें चढ़ाते … Read more